people believe in superstition
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मनोज जयसवाल, सीधी:
people believe in superstition सीधी आदिवासी बाहुल्य अंचल आज भी दवा के साथ दुआ में भी विश्वास करता नजर आ रहा है। उपचार के साथ झाड़-फूंक भी लोगों की प्राथमिकता बनी हुई है। आज नागपंचमी के दिन भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें सेमरिया निवासी श्रीमती सुमित्रा यादव उम्र 36 वर्ष सर्पदंश से आज सुबह उपचार के लिए सेमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हुई थी। तबीयत खराब होने के चलते चिकित्सकों ने उसे जिला चिकित्सालय सीधी रेफर कर दिया जहां मात्र चंद समय में उपचार के बाद सीधी जिला चिकित्सालय से रीवा मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया लेकिन परिजन द्वारा उपचार के अलावा जिला चिकित्सालय से लगे बाहरी क्षेत्र की मुख्य सड़क पर झाड़-फूंक करने वालों को बुलवाकर झाड़-फूंक करना प्रारंभ करा दिया गया।
people believe in superstition चिकित्सक आवास परिसर बंगले के ठीक बगल में घंटो झाड़-फूंक का सिलसिला चलता रहा और लोग तमाशबीन बनकर देखते रहे। ऐसा कयास लगाया जा सकता है कि जिले में आस्था व अंधविश्वास के नाम पर इस तरह के कृत्य भी देखने को मिलते हैं। घंटो तक चले इस सिलसिले को वहां आने जाने वाले लोग देखते रहे।