Betul News : पानी की समस्या से जूझ रहे यहां के ग्रामीण, नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे सैकड़ों लोग, बताई अपनी पूरी परेशानी..

Villagers struggling with water problem: बैतूल कलेक्टर ने ग्रामीणों को जल्द समस्या हल करवाकर पेयजल पानी उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है।

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  • Publish Date - January 4, 2024 / 11:07 PM IST,
    Updated On - January 4, 2024 / 11:07 PM IST

Villagers struggling with water problem

बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में पानी की समस्या से परेशान ग्रामीण कई बार आवेदन करने के बाद भी समस्या का हल नहीं होने को लेकर बैतूल कलेक्टर कार्यालय गुंडी,घघरी,गंजी और कुप्पी लेकर कलेक्टर को आवेदन करने पहुंचे। कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ग्रामीणों ने जम कर नारे बाजी करते हुए पानी की समस्या जल्द हल करने की मांग की बैतूल कलेक्टर ने ग्रामीणों को जल्द समस्या हल करवाकर पेयजल पानी उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है।

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जिला मुख्यालय के कलेक्टर कार्यालय परिसर में गुंडी,घघरी,गंजी और कुप्पी लेकर नारे बाजी कर रहे ये सभी ग्रामीण जिले की चिचोली जनपद की ग्राम पंचायत पाटाखेड़ा के टाड़र गांव के रहने वाले है ये बीते कई वर्षो से पेयजल समस्या से जूझ रहे है समस्या को हल करने के लिए इन्होंने कई बार स्थानीय स्तर से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक आवेदन दिए लेकिन आज तक समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया। बीते तीन वर्ष पूर्व गांव में पेयजल आपूर्ति के लिए नल जल योजना के तहत एक ट्यूवेल खनन कर पाइप लाइन भी बिछाई गई लेकिन आज दीनाक तक उस ट्यूवेल में मोटर नही डाली गई जिससे ग्रामीण आज भी एक से दो किलोमीटर दूर खेतो से पानी लाने को मजबूर है।अब फिर उन्हे प्रशासनिक अधिकारी द्वारा समस्या जल्द हल करने का आश्वासन मिला है।

ग्रामीण महिला रत्तो बाई का कहना है की गांव में बीते 10 सालो से पानी की परेशानी है।दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पद रहा है फसलों के लिए भी पानी नहीं मिलता है और जानवरों के लिए भी पानी नहीं मिलता कलेक्टर कार्यालय में भी बहुत बार आवेदन दिया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई इसलिए खाली गुंडी और बर्तन लेकर यहां पर आए है।

ग्रामीण महिला वर्षा उइके का कहना है की गांव में पानी की समस्या ज्यादा है नलजल योजना को पास होने को दो तीन साल हो गए आवेदन तो बहुत बार दे चुके है लेकिन काम कुछ भी नही हुआ है। अधिकारियों को फोन लगाओ तो वो जगह पर नही है जनपद में फोन लगाया तो वहां पर बैठिशिला अधिकारी कहती है की आपके गांव से वोट कितने मिले है।जनता ही ने ही तो वोट डेकट जितवाया है अगर ऐसा नहीं था तो सीधे बीजेपी को सरकार बना लेते अभी दो तीन किलोमीटर दूर से खेतो में स्थित हुए से पानी लाना पड़ता है हम चाहते है की जो हमाया काम अधूरा पड़ा है वो पूरा हो जाए।

 

ग्रामीण छतन काकोड़िया की माने तो गांव में पेयजल की सबसे ज्यादा समस्या बनी हुई है वर्षों से हम लोग पानी की समस्या को लेकर परेशान है इसके लिए कई बार आवेदन दिए लेकिन समस्या का कोई हल नहीं हो पाया चार से पांच किलोमीटर दूर से सुबह से उठकर के पानी लाना पड़ता है डेढ़ सौ घरों की बस्ती में तीन हजार से ज्यादा लोग रहते हैं आदमी के साथ-साथ मवेशियों के भी पीने के पानी की समस्या बनी हुई है

 

बैतूल कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी का कहना है की कोक पानी और टाड़र गांव के ग्रामीणों ने इनके गांव में पानी की समस्या बतलाई है।वहां पर बोरिंग भी किया गया है उसमे मोटर डालना है PHE विभाग के ईई को बुलवाया गया है सरकार की घर घर पानी पहुंचाने की है हम PHE के माध्यम से इनकी समस्या जल्द हल करवाएंगे इस कार्य में हुई लेट लतीफी की जांच करवाई जाएगी।

 

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