Tikamgarh News : बीच सड़क पर तोतों ने बनाया अपना आशियाना, प्रतिदिन शाम को हजारों की संख्या में आते हैं नजर
Tikamgarh Parrot News : शहर के सिविल लाइन रोड पर सालों से तोतों का आशियाना है। यहां शाम होते ही लाखों की संख्या में तोतों का आना शुरू हो जाता है।
Tikamgarh Parrot News
Tikamgarh Parrot News : टीकमगढ़। शहर के सिविल लाइन रोड पर सालों से तोतों का आशियाना है। यहां शाम होते ही लाखों की संख्या में तोतों का आना शुरू हो जाता है। लाखों तोतों की चहचहाहट खुद ब खुद लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है, लेकिन धीरे-धीरे तोतों के यह आशियाने उजड़ने लगे हैं। अधिकारियों की उदासीनता से सिविल लाइन रोड पर लगे पेड़ों को बेतरतीब ढंग से काटा जा रहा है। जिससे आने वाले समय में तोतों की संख्या कम होने का खतरा है।
Tikamgarh Parrot News : दरअसल, राजशाही दौर में सिविल लाइन रोड पर हजारों की संख्या में फलदार पौधे लगाए गए थे। करीब 50 साल पहले तक सिविल लाइन रोड पर न तो सरकारी दफ्तर बने थे और न ही रहवासी एरिया था। घना जंगल होने के कारण सालों से इस क्षेत्र में लाखों की संख्या में तोते आकर पेड़ों पर अपना आशियाना बना रहे हैं। धीरे-धीरे सिविल लाइन रोड पर सरकारी दफ्तर और अधिकारियों के बंगले बन गए।
पिछले 50 सालों के दौरान इस इलाके में सैकड़ों की संख्या में मकान बनाए गए। लोगों ने धीरे-धीरे पेड़ों को काटना शुरू किया। जिसके चलते अब सिविल लाइन रोड पर पेड़ों की संख्या बहुत कम हो गई है। ऐसे हालत में सालों से आशियाना बनाकर रह रहे तोतों के भविष्य को लेकर संकट मंडराने लगा है।
सिविल लाइन इलाके में करीब 10 साल पहले डिवाइडर रोड निर्माण के लिए सैकड़ो की संख्या में पेड़ काट दिए गए। सर्किट हाउस के अंदर लगे पेड़ों को हाल ही में स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की प्रतिमा लगाने के लिए काट दिया गया। पेड़ों की लगातार हो रही कटाई से शहर के पर्यावरण प्रेमी नाराज हैं। समाजसेवी रामकिशोर शर्मा का कहना है कि अगर इसी तरह पेड़ों को काटा गया तो यहां रहने वाले लाखों तोतों के आशियाने उजड़ जाएंगे।
(टीकमगढ़ से IBC24 शैलेंद्र द्विवेदी की रिपोर्ट)

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