Ujjain News: उज्जैन में सावन में भक्ति का बना अनूठा रिकॉर्ड! सवा पांच लाख मिट्टी के शिवलिंग बनाने का संकल्प, अब तक साढ़े तीन लाख तैयार

Ujjain News: उज्जैन में सावन में भक्ति का बना अनूठा रिकॉर्ड! सवा पांच लाख मिट्टी के शिवलिंग बनाने का संकल्प, अब तक साढ़े तीन लाख तैयार

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  • Publish Date - August 1, 2025 / 11:53 AM IST,
    Updated On - August 1, 2025 / 11:53 AM IST

Ujjain News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • उज्जैन में आस्था का अनोखा संगम,
  • सवा पांच लाख मिट्टी के शिवलिंग बना रहीं महिलाएं,
  • सावन में कर रहीं विशेष पूजन,

उज्जैन: Ujjain News: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना और भक्ति का विशेष पर्व माना जाता है। इस दौरान भक्त विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। कहीं श्रद्धालु व्रत रखते हैं, कहीं जरूरतमंदों को भोजन कराते हैं तो कहीं मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होता है।

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Ujjain News: इसी श्रृंखला में उज्जैन के प्राचीन जगदीश मंदिर में एक अद्भुत धार्मिक आयोजन देखने को मिला जहां सैकड़ों महिलाओं ने मिलकर सवा पांच लाख मिट्टी के शिवलिंग बनाने का संकल्प लिया है। स्थानीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रामेश्वर दास महाराज ने जानकारी दी कि सावन में भगवान शिव की आकृति बनाने का विशेष महत्व है। महिलाओं ने शिवलिंग निर्माण के इस अनुष्ठान की शुरुआत सावन के पहले सोमवार से की थी। अब तक करीब साढ़े तीन लाख शिवलिंग तैयार किए जा चुके हैं, जबकि शेष शिवलिंग पूर्णिमा तक तैयार कर लिए जाएंगे।

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Ujjain News: रामेश्वर दास महाराज ने बताया कि इन शिवलिंगों का निर्माण करने के बाद विधिवत पूजन-अर्चना की जाती है। पूजन के उपरांत इन शिवलिंगों को परंपरा के अनुसार पवित्र नदी में प्रवाहित किया जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन मास में मिट्टी से भगवान शिव की आकृति बनाने से कष्टों का निवारण होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

सावन में शिवलिंग निर्माण का क्या महत्व है?

"सावन में शिवलिंग निर्माण" करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यता है कि इससे जीवन के कष्टों का निवारण होता है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

क्या मिट्टी के शिवलिंग बनाना शास्त्रों में वर्णित है?

जी हां, "सावन में शिवलिंग निर्माण" की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है और यह शास्त्रसम्मत भी मानी जाती है।

इन शिवलिंगों को कहां विसर्जित किया जाता है?

"सावन में शिवलिंग निर्माण" के उपरांत पूजन कर उन्हें पवित्र नदी या जलधारा में विसर्जित किया जाता है।

क्या शिवलिंग निर्माण केवल महिलाएं ही कर सकती हैं?

नहीं, "सावन में शिवलिंग निर्माण" का यह कार्य कोई भी श्रद्धालु कर सकता है, पर उज्जैन के इस आयोजन में विशेष रूप से महिलाएं सहभागी बन रही हैं।

क्या मिट्टी के शिवलिंग बनाने के लिए कोई विशेष मुहूर्त होता है?

"सावन में शिवलिंग निर्माण" किसी भी सावन सोमवार या अन्य शुभ दिन पर किया जा सकता है। सोमवार को इसका विशेष महत्व होता है।