Reported By: Jitendra singh chauhan
,Bijli Bill | Image Source | IBC24
विदिशा: विदिशा में लग रहे स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ने लगे हैं। झुग्गियों में रहने वाले गरीबों और एक बत्ती कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं के यहाँ लाखों रुपए के बिल आ रहे हैं। इतना ही नहीं, एक बुज़ुर्ग को विद्युत वितरण कंपनी ने 69 लाख रुपए का बिल थमा दिया जिसके चलते बुज़ुर्ग का बीपी बढ़ा और उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। बिजली बिलों में हो रही हेराफेरी की शिकायत को लेकर अब उपभोक्ता विद्युत मंडल के चक्कर काट रहे हैं।
होमगार्ड रोड निवासी मुरारीलाल तिवारी और उनकी पत्नी अकेले रहते हैं। लेकिन स्मार्ट मीटर ने इनकी ज़िंदगी में भूचाल ला दिया। मीटर में सिर्फ 219 यूनिट खपत, लेकिन बिजली बिल 69 लाख 75 हज़ार। बिल देखकर मुरारीलाल का ब्लड प्रेशर बढ़ा, चक्कर आए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने इसकी शिकायत विद्युत कंपनी में की पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टा अगला बिल 1 लाख रुपए की पेनल्टी के साथ भेज दिया गया। उनके पड़ोसी महेन्द्र सिंह को भी 68 लाख का बिल दिया गया है।
उन्होंने शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगला बिल सुधर कर आने की जगह एक लाख रुपए से ज़्यादा की पेनल्टी लगाकर भेज दिया गया। इतना ही नहीं विद्युत वितरण कंपनी द्वारा झुग्गियों में रहने वाले मज़दूरों को भी 7-7 लाख रुपए के बिल थमाए जा रहे हैं जबकि उनके घरों में सिर्फ बल्ब और पंखा ही चल रहा है। अब गरीबों का कहना है कि हम मज़दूरी करके दो वक़्त की रोटी लाते हैं 7 लाख का बिल कहाँ से भरें।
इस मामले में बिजली विभाग के अफ़सरों का कहना है कि मीटर रीडिंग लेने में गड़बड़ी हुई है, उसको जल्दी ठीक करवा दिया जाएगा। विदिशा ज़ोन 2 में लगभग 7 हज़ार घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं, जिनमें से 107 लोगों के यहाँ बिलों में गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं। बिजली विभाग भले ही उन बिलों को सुधारने की बात कर रहा हो पर उन उपभोक्ताओं का क्या जिनके बिलों में सैकड़ों और हज़ारों की हेराफेरी हुई है। बिजली कटने के डर से उपभोक्ता चुपचाप बिल जमा कर देते हैं और विद्युत मंडल ऐसे ही गरीबों की जेब काटने का काम कर रहा है।