Ganja Smuggling Case
भोपाल: Ganja Smuggling Case एमपी के अलग-अलग हिस्सों में राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी के खिलाफ कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर लामबंद हो रही है। जिसके चलते सूबे का सियासी टेम्प्रेचर हाई है। दरअसल, इस विरोध के पीछे की वजह है। सतना पुलिस की एक कार्रवाई सोमवार को सतना में पुलिस ने 46 किलो गांजा तस्करी के आरोप में- अनिल बागरी और पंकज सिंह को गिरफ्तार किया। देखते ही देखते ये मामला सुर्खियों में आया और पता चला कि अनिल बागरी, राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी का सगा भाई है। सोमवार को खजुराहो में मीडिया ने जब इस पर उनका पक्ष जानना चाहा, तो वो नाराज हो गईं। उनकी भृकुटी तन गई। मामला तूल पकड़ा तो मंत्री जी को सफाई देने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने आरोपी अनिल को भाई मानने से ही इनकार किया। साथ ही कहा कि- कानून अपना काम कर रहा है, जो भी दोषी होगा उसको सजा मिलेगी।
Ganja Smuggling Case प्रतिमा बागरी भले ही पूरे मामले में सफाई दे रही हैं, लेकिन कांग्रेस प्रतिमा के भाई के बहाने, देश से लेकर प्रदेश तक बीजेपी सरकार पर हमलावर है। प्रतिमा बागरी के इस्तीफे की मांग कर रही है और ये आरोप लगा रही है कि ये नशा माफियाओं की सरकार है।
कुलमिलाकर नशा तस्करी के आरोपी का मंत्री प्रतिमा बागरी से कनेक्शन होने के बाद बीजेपी बैकफुट में है, तो कांग्रेस आक्रामक है, लेकिन सवाल ये है कि- क्या एमपी में नशे के काले कारोबार को संरक्षण मिल रहा है? सवाल ये कि- क्या बीजेपी का ये संदेश है कि- दोषी कोई भी हो बख्शे नहीं जाएंगे? और क्या सरकार और संगठन का ये इशारा है कि- POOR परफॉर्मर मंत्रियों की छुट्टी होने वाली है?