MP Politics | Photo Credit: IBC24
भोपाल: MP Politics तीन दिनों तक एक साथ एक जगह एक कैंपस में सत्ता और सियासत के प्रबंधन पर बड़ी क्लास एक के बाद एक आयोजन के समापन के बाद सवाल ये कि बीजेपी को मिला क्या। नेताओं को मिला क्या? क्या पचमढ़ी में पार्टी नेतृत्व को उन सवालों के जवाब मिले। जिनके जवाब वो तलाश रहे हैं? समापन में एक तरफ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिरकत की। वीडी शर्मा ने ब्रीफ किया और इधर नेता प्रतिपक्ष ने इस आयोजन पर न केवल वार किया बल्कि उसे कटघरे में भी खड़े करने की कोशिश की। जाहिर है एक एकेडेमिक सा लगने वाला इवेंट अंत में एक विशुद्ध सियासी शोरगुल के तरह खत्म हुआ। हालांकि सवाल ये भी है। इस आयोजन के इफेक्ट और साइड इफेक्ट प्रदेश की राजनीति में किस तरह दिखने वाले हैं।
MP Politics पचमढ़ी की खूबसूरत वादियों में बीजेपी नेताओं को सत्ता, संगठन, अनुशासन, नैतिकता की क्लास दी गई। पचमढ़ी में तीन दिन तक चले बीजेपी विधायकों और सांसदों के प्रशिक्षण वर्ग का समापन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संबोधन के साथ हुआ। जिन्होनें कहा कि सत्ता का अहंकार कभी नहीं पालना चाहिए। प्रशिक्षण वर्ग का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया था। दिग्गजों से क्लास लेकर बीजेपी विधायक , सांसद गदगद है। कह रहे हैं कि तीन दिन में तीस साल की सीख मिल गई है। साथ ही कह रहे हैं कि ये शिविर दूसरे शिविरों से बिलकुल अलग था।
बीजेपी शिविर को हर मायने में खास और सफल बता रही तो दूसरी तरफ कांग्रेस इससे इत्तेफाक नहीं रखती। कांग्रेस ने इस शिविर को फिजूल का बताते हुए सत्ता का गुरूर करार दिया। साथ ही कहा कि जनता इनका सही सद्बुद्धि शिविर लगाएगी। कांग्रेस ने वार किया, तो पचमढी से ही मोर्चा संभाला बीजेपी के प्रशिक्षित नेताओं ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को ही बीजेपी ने कठघ़ड़े में खड़ा कर दिया।
जाहिर है तीन दिन के इस प्रशिक्षण शिविर से बीजेपी नेता, सांसद विधायक तमाम पदाधिकारी बेहद उत्साहित हैं। लेकिन पहले दिन ही बीजेपी के सबसे बड़े चाणक्य शाह ने उन नेताओं गुरुमंत्र दी। जो उत्साह में आकर गलत बयानबाजी करते हैं। इसके अलावा बीजेपी नेताओ को अनुशासन का पाठ भी सिखाया गया। ऐसे में बड़ा सवाल कि पचमढ़ी शिविर का सियासी संदेश क्या है..और नेताओं के गुरु मंत्र आखिर कितने कारगर होंगे। और क्या ये मास्टर क्लास वाकई अपने लक्ष्य तक पहुंचेगी।