MP Cough Syrup Case | Photo Credit: IBC24
भोपाल: MP Cough Syrup Case मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा के परासिया जहां भ्रष्ट सिस्टम के चलते 16 मासूमों की जिंदगी छिन गई। वैसे परिजन हॉस्पिटल आए थे, अपने नौनिहालों का इलाज कराने, लेकिन उन्हें क्या पता था कि- यहां से वो, अब कभी ना भरने वाला दर्द लेकर वापस लौटेंगे। मासूमों की मौत के बाद कुंभकर्णी नींद सोने वाला सिस्टम अब जागा हुआ है। मामले में कफ कंपनी को बैन करने के साथ ही एक डॉक्टर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और एक मेडिकल स्टोर्स का भी लायसेंस भी रद्द कर दिया गया है। सरकार की ओर से बच्चों के परिजनों को मुआवजा भी घोषित कर दिया गया है। इसी बीच सूबे के सीएम मोहन यादव – मृत बच्चों के परिजनों से मिलने परासिया पहुंचे। संवेदनाएं जताई और भरोसा दिलाया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
MP Cough Syrup Case जहां सीएम मोहन ने साफ किया कि- कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा..तो परासिया पहुंचे पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और सरकार पर लापरवाही के आरोप मढ़े
कुलमिलाकर छिंदवाड़ा में 16 मासूमों की मौत के बाद पक्ष-विपक्ष दोनों की ओर से पीड़ितों का रहनुमा बनने की कोशिश जारी है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि-मासूमों की मौत के असल गुनहगार कौन है? क्या उस तक जांच की आंच पहुंंचेगी? क्या छोटी-मोटी कार्रवाइयों के बहाने ही सिस्टम की घोर लापरवाही को ढंक दिया जाएगा? और सवाल ये भी कि-अगर तय समय रहते कठोर एक्शन होता तो क्या ये घटना हो पाती? आखिर ऐसा क्यों होता है कि – सरकारी सिस्टम की नींद इन वीभत्स घटनाओं के बाद ही खुलती है? क्या अब ये तय करने का समय नहीं है कि- पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं, ताकि फिर और कहीं मासूम भ्रष्ट सिस्टम की भेंट न चढ़े।