अमरावती, तीन दिसंबर (भाषा) चक्रवात ‘मिचौंग’ के दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट को पार करने के आसार के बीच मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने रविवार को संबंधित जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिया कि वे लोगों के जान-ओ-माल की सुरक्षा के लिए हर मुमकिन कदम उठाएं।
मुख्यमंत्री ने अपने कैंप कार्यालय में चक्रवात के खतरे को लेकर समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को राहत एवं बचाव उपायों के बारे में निर्देश दिए।
रेड्डी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘राहत शिविरों में पीने के पानी, भोजन और आवश्यक दवाओं सहित सभी सुविधाएं प्रदान की जाएं।’
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से उन्हें नियमित आधार पर सूचित करने को कहा और सोमवार सुबह एक और समीक्षा बैठक बुलाई है।
इस बीच, यहां के मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि चक्रवाती तूफान के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने तथा तीव्र होने के आसार हैं।
चक्रवात सोमवार पूर्वाह्न तक दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु के अपतटीय क्षेत्र में पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है।
मौसम विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इसके बाद यह दक्षिण आंध्र प्रदेश के तट की ओर बढ़ेगा और गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप लेकर मंगलवार पूर्वह्न तक नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच के क्षेत्र को पार करेगा।
इस दौरान 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
भाषा नोमान नरेश
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