कांग्रेस एससी, एसटी, दलित आदिवासियों की एकजुटता की वजह से समर्थन खो रही : मोदी

कांग्रेस एससी, एसटी, दलित आदिवासियों की एकजुटता की वजह से समर्थन खो रही : मोदी

कांग्रेस एससी, एसटी, दलित आदिवासियों की एकजुटता की वजह से समर्थन खो रही : मोदी
Modified Date: November 9, 2024 / 04:55 pm IST
Published Date: November 9, 2024 4:55 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

नांदेड़, नौ नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दावा किया कि अनुसूचित जातियों (एसटी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी), दलितों और आदिवासियों की एकजुटता की वजह से कांग्रेस साल दर साल अपना समर्थन खो रही है।

मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस के लोग ‘भारत का संविधान’ लिखी लाल किताब दिखा रहे हैं जिसके अंदर के पन्ने खाली हैं।’’

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महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने विपक्षी दल द्वारा कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल करने की मांग का संदर्भ देते हुए सवाल किया, ‘‘कांग्रेस के लोगों को अनुच्छेद 370 से इतना प्यार क्यों है?’’

उन्होंने आरोप लगाया कि ‘भारत का संविधान’ लिखी लाल किताब में पन्ने खाली हैं और यह डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के प्रति कांग्रेस की उपेक्षा और घृणा का प्रमाण है।

मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस के इस मूर्खतापूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण राजनीतिक नाटक से पूरा देश स्तब्ध है।’’

प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘‘आज पूरे महाराष्ट्र में भारतीत जनता पार्टी (भाजपा) और महायुति के समर्थन की लहर है। आज हर किसी की जुबान पर एक ही नारा है, भाजपा-महायुति आहे, गति आहे। महाराष्ट्राची प्रगति आहे (केवल भाजपा-महायुति ही महाराष्ट्र की तीव्र प्रगति सुनिश्चित करेगी)।’’

उन्होंने कहा, ‘‘देश आज विकसित भारत के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है और देश की जनता जानती है कि केवल भाजपा और उसके सहयोगी दल ही इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि देश की जनता बार-बार भाजपा और राजग सरकार को चुन रही है।’’

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग वही दोहराने जा रहे हैं जो हरियाणा विधानसभा चुनाव में हुआ था, जहां भाजपा ने अब तक की सबसे अधिक सीट जीतीं।

मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि महाराष्ट्र में महायुति सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए समर्पित है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता मोदी ने कहा, ‘‘माझी लाडकी बहिन योजना’ को जिस तरह से स्वीकृति मिली है, वह अभूतपूर्व है। हम नारी शक्ति को पहले से कहीं ज्यादा सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और रहेंगे।’’

भाषा धीरज अमित

अमित


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