मराठा आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जरांगे ने 10 फरवरी से भूख हड़ताल शुरू करने की धमकी दी

मराठा आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जरांगे ने 10 फरवरी से भूख हड़ताल शुरू करने की धमकी दी

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  • Publish Date - February 5, 2024 / 06:19 PM IST,
    Updated On - February 5, 2024 / 06:19 PM IST

जालना, पांच फरवरी (भाषा) मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण के लिए आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे ने सोमवार को धमकी दी कि यदि सरकार पिछले महीने जारी मसौदा अधिसूचना में उल्लेखित ‘रक्त संबंध’ के दायरे को बताने में नाकाम रहती है तो वह 10 फरवरी से भूख हड़ताल शुरू करेंगे।

सरकार ने कहा था कि किसी मराठा व्यक्ति से रक्त संबंध रखने वाले के पास यदि यह दर्शाने के लिए रिकॉर्ड होगा कि वह कुनबी समुदाय से है, तो उसे भी कुनबी के रूप में मान्यता दी जाएगी।

कुनबी, एक कृषि समुदाय है जो ओबीसी श्रेणी के तहत आता है।

जरांगे ने मांग की है कि कुनबी जाति प्रमाणपत्र महाराष्ट्र में सभी मराठों को जारी किया जाए।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार मराठों के लिए कुनबी जाति प्रमाण पत्र पर मसौदा अधिसूचना में उल्लेखित ‘सगे सोयरे’ (रक्त संबंधी) शब्द के बारे में 10 फरवरी तक स्पष्ट और संतोषजनक जवाब देने में विफल रहती है तो वह भूख हड़ताल करेंगे।

भाषा सुभाष रंजन

रंजन