मुंबई, 18 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक गोपीचंद पडलकर की शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा में पीठासीन अधिकारी और एक मंत्री के साथ बहस हो गई। इससे एक दिन पहले पडलकर के समर्थकों की विधान भवन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) समर्थकों के साथ झड़प हो गई थी।
यह वाकयुद्ध उस समय हुआ, जब पडलकर ने शिक्षकों की सीधी भर्ती के संबंध में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसका अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और वीजेएनटी समुदायों पर प्रभाव पड़ रहा है।
जब पडलकर बोल रहे थे, तब पीठासीन अधिकारी समीर कुणावार ने उनसे सीधा और स्पष्ट प्रश्न पूछने का अनुरोध किया।
इस पर भाजपा विधायक ने दलील दी कि यह मुद्दा किसी सीधे प्रश्न के जरिये कैसे समझा जा सकता है। उन्होंने गुस्से में कहा, ‘मेरा ध्यानाकर्षण नोटिस रद्द कर दीजिए। मुझे कोई जवाब नहीं चाहिए।’’
राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने भाजपा विधायक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मुद्दा महत्वपूर्ण था और जब ध्यानाकर्षण नोटिस लिया गया, तब आप उपस्थित नहीं थे। मैंने अध्यक्ष से कहा था कि आपकी उपस्थिति में इसे दोबारा लिया जाए।’’
पडलकर के ऊंची आवाज में बोलने पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे विनम्रता से बात कर रहा हूं।’’
भाषा अमित दिलीप
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