मुंबई। महाराष्ट्र में स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने गुरूवार को विधानसभा में कहा कि शिक्षक योग्यता और बुद्धि परीक्षण यानि टीएआईटी के माध्यम से शिक्षकों की 30,000 रिक्तियों को भरा जा रहा है और यह प्रक्रिया अप्रैल तक पूरी हो जाएगी। मंत्री ने कहा कि साल में दो बार टीएआईटी की परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया गया है।
बता दें कि प्रश्नकाल में एक सवाल का जवाब देते हुए केसरकर ने कहा कि आईबीपीएस और टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज को भर्ती का जिम्मा दिया गया है। उन्होंने कहा कि ये कंपनियां केंद्र सरकार के लिए भी काम करती हैं और भरोसेमंद हैं। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के अप्रैल तक पूरा हो जाने की उम्मीद है, ये शिक्षक अगले अकादमिक साल में अध्यापन के लिए उपलब्ध होंगे।
इधर महाराष्ट्र में सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। उनकी इस हड़ताल में शिक्षक संघ भी शामिल है। हालांकि, अब कुछ शिक्षक संगठन इस हड़ताल से बाहर निकलते हुए नजर आ रहें। कुछ संघटन आज से दोबारा काम पर लौट आये हैं। माना जा रहा है कि शिक्षक संगठों में भी फूट पड़ गयी है।
दूसरी तरफ राज्य सरकार ने 30 हजार शिक्षकों के भर्ती की घोषणा विधानसभा में की है। सरकार के इस कदम को भी एक मास्टर स्ट्रोक की तरह से देखा जा रहा है। शिंदे सरकार के इस कदम से यह माना जा रहा है कि ज्यादातर शिक्षक संगठन अपनी हड़ताल वापस ले सकते हैं। हालांकि पुरानी पेंशन योजना को लेकर उनकी हड़ताल चल रही है।