मुंबई। Lords of Lockdown: कोविड-19 के चलते 2020 में लागू किये गये राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारत में आम लोगों के जज्बे को दर्शाने वाले वृत्तचित्र ‘‘लॉर्ड्स ऑफ लॉकडाउन’’ को 2023 के अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव रॉटरडैम के लिए चुना गया है। ‘‘लॉर्ड्स ऑफ लॉकडाउन’’ उन छह फिल्म में से एक है, जिन्हें ‘फोकस: द शेप ऑफ थिंग्स टू कम?’ के तहत दिखाया जाएगा। इस खंड में पिछले तीन दशकों में भारत के सामाजिक-राजनीतिक विकास को प्रदर्शित करने वाली फिल्में दिखाई जाती हैं।
मिहिर फडणवीस ने वृत्तचित्र का निर्देशन किया है। इसके निर्माता नवीन शेट्टी और अनुराग कश्यप हैं। फडणवीस की फिल्म पूर्व में ‘न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल’ और ‘इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न’ में प्रदर्शित हुई थी। मिहिर ने कहा कि वह फिल्म को मिल रही अंतरराष्ट्रीय पहचान से अभिभूत हैं।
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International Film Festival Rotterdam 2023: ‘‘लॉर्ड्स ऑफ लॉकडाउन’’ इस बात का प्रतिबिंब है कि कैसे भारत के आम लोग मुश्किल समय में साथ आए और न केवल खुद की, बल्कि दूसरों की भी मदद की। निर्देशक ने एक बयान में कहा, ‘‘महामारी ने हमें निस्वार्थ भाव से एक-दूसरे की मदद करने का महत्व सिखाया, जो फिल्म का सार भी है। मैं ‘लॉर्ड्स ऑफ लॉकडाउन’ को मिल रही पहचान से खुश हूं।’’ इस आयोजन में प्रदर्शित अन्य पांच फिल्म टेरेसा ब्रैग्स की ‘‘ऑल वाज गुड’’, राकेश शर्मा की ‘‘फाइनल सॉल्यूशन’’, जयदीप वर्मा की ‘‘आई एम ऑफेंडेड’’, ललित वचानी द्वारा निर्देशित ‘‘द मेन इन द ट्री’’, और दक्षिनकुमार बजरंगे की ‘‘समीर’’ हैं। अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव रॉटरडैम की शुरुआत 25 जनवरी को होगी और पांच फरवरी को इसका समापन होगा।
अपनी रक्षा करने का हमारे पास वैध अधिकार है :…
10 hours ago