Publish Date - January 7, 2025 / 04:53 PM IST,
Updated On - January 7, 2025 / 05:40 PM IST
Chhattisgarh News । Image Source- File Photo
नागपुर : HMPV Virus in Maharashtra: महाराष्ट्र के नागपुर में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं और दोनों मरीज स्वस्थ हैं। उनके नमूने एकत्र कर लिए गए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि मरीजों को उपचार के बाद घर भेज दिया गया और उनके नमूने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) को भेजे गए हैं।
HMPV Virus in Maharashtra: पत्रकारों से बातचीत के दौरान जिलाधिकारी विपिन इटनकर ने बताया, ‘नागपुर में एचएमपीवी रोगियों के बारे में मीडिया रिपोर्ट गलत हैं। सात और 14 साल के दो बच्चों का एक निजी अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग में इलाज किया गया और उनके नमूनों की जांच की गई तथा उन्हें संदिग्ध के रूप में चिह्नित किया गया है।’
उन्होंने बताया कि नमूने नागपुर स्थित एम्स और पुणे स्थित एनआईवी भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे स्वस्थ हैं। इटनकर ने बताया कि नागपुर में एचएमपीवी का कोई मरीज नहीं है, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में एचएमपीवी के पांच मामलों की पुष्टि हुई है।
Q1: HMPV Virus in Maharashtra के क्या लक्षण होते हैं?
HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस के लक्षण सामान्यतः सर्दी, खांसी, बुखार, और सांस लेने में कठिनाई शामिल होते हैं। यह अधिकतर छोटे बच्चों और वृद्ध व्यक्तियों पर असर करता है।
Q2: HMPV Virus in Maharashtra कैसे फैलता है?
HMPV वायरस मुख्यतः वायु के माध्यम से, संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैलता है। इसके अलावा, संक्रमित सतहों को छूने से भी यह फैल सकता है।
Q3: क्या HMPV Virus in Maharashtra का कोई उपचार है?
HMPV का कोई विशेष एंटीवायरल उपचार नहीं है। मरीजों को सामान्य सर्दी-जुखाम के उपचार के अनुसार देखभाल और आराम की सलाह दी जाती है।
Q4: HMPV Virus in Maharashtra से बचने के लिए क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
साबुन और पानी से हाथ धोना, मास्क पहनना, और संक्रमित व्यक्तियों के निकट नहीं जाना जैसी सामान्य स्वास्थ्य सावधानियों का पालन करना चाहिए।
Q5: HMPV Virus in Maharashtra के मामलों की ताजा स्थिति क्या है?
नागपुर में एचएमपीवी के संदिग्ध मामले पाए गए हैं, लेकिन मरीज स्वस्थ हैं और किसी को घबराने की आवश्यकता नहीं है। अन्य राज्यों में कुछ मामलों की पुष्टि हुई है।