वायकर को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने से रोका जाना चाहिए: संजय राउत |

वायकर को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने से रोका जाना चाहिए: संजय राउत

वायकर को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने से रोका जाना चाहिए: संजय राउत

:   Modified Date:  June 17, 2024 / 12:57 PM IST, Published Date : June 17, 2024/12:57 pm IST

मुंबई, 17 जून (भाषा) मुंबई के उत्तर पश्चिम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से रवीन्द्र वायकर के 48 मतों के अंतर से जीत के बाद खड़े हुए विवाद के बीच, सोमवार को शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि वायकर को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने से रोका जाना चाहिए।

मुंबई में वनराई पुलिस ने वायकर के एक रिश्तेदार के खिलाफ गोरेगांव में एक मतगणना केंद्र पर चार जून को परिणाम घोषित होने वाले दिन कथित रूप से मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया है।

राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘वायकर की चुनावी जीत संदेह के घेरे में है और मुंबई के वनराई पुलिस थाने में पहले ही शिकायत दर्ज करा दी गई है। चुनाव परिणाम को लेकर जारी विवाद के कारण वायकर को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने से रोका जाना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर जांच पूरी होने तक उन्हें लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होने से रोक दिया जाए तो यही सच्चा लोकतंत्र होगा।’’

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के उम्मीदवार वायकर ने चार जून को उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) के अमोल कीर्तिकर को 48 मतों के अंतर से हरा दिया था।

राउत ने किसी का नाम लिए बगैर दावा किया कि वायकर के एक रिश्तेदार मतगणना वाले दिन से पहले कई बार वनराई पुलिस थाने में गए थे। उन्होंने जानना चाहा कि इसके पीछे क्या कारण था।

राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘वह वहां क्यों गए थे? क्या वह कोई सौदा करवाने की कोशिश कर रहे थे? इस बारे में खुलासा किया जाना चाहिए, नहीं तो मैं ही उनका पर्दाफाश कर दूंगा।’’

राउत ने वायकर के एक रिश्तेदार द्वारा मतगणना केंद्र पर कथित तौर पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किए जाने को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में फॉरेंसिक प्रयोगशालाएं गृह विभाग का हिस्सा हैं। गृह विभाग का प्रभार भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास है। अगर पुणे पोर्श कार दुर्घटना (आरोपी) के रक्त के नमूने बदले जा सकते हैं तो कल्पना की जा सकती है कि पुलिस हिरासत में एक फोन और उसके डेटा के साथ क्या हो सकता है।’’

ईवीएम से छेड़छाड़ के दावों को लेकर रविवार को ताजा राजनीतिक बहस शुरू हो गई जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एवं अन्य विपक्षी नेताओं ने एक खबर का हवाला दिया जिसमें दावा किया गया है कि चार जून को मतगणना के दौरान वायकर के एक रिश्तेदार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से ‘‘कनेक्टिड’’ मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए पाया गया था।

हालांकि, लोकसभा सीट की निर्वाचन अधिकारी वंदना सूर्यवंशी ने इस खबर को ‘‘झूठी’’ बताकर खारिज कर दिया और कहा कि ईवीएम एक स्वतंत्र प्रणाली है और इसे ‘अनलॉक’ करने के लिए किसी ओटीपी की कोई जरूरत नहीं होती है।

भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा और मांग की कि निर्वाचन आयोग को उन सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाना चाहिए जिन्होंने खबर साझा करके ‘‘झूठ को बढ़ावा दिया’’।

भाषा खारी वैभव

वैभव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)