Publish Date - April 7, 2024 / 11:26 AM IST,
Updated On - April 7, 2024 / 11:26 AM IST
Chaitra Navratri 2024:हिंदू धर्म में सभी पर्व और त्यौहार का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि सभी पर्व एक-दूसरे से अलग होते हैं और उनका महत्व भी कई मनाये में विशेष होता है। इन्हीं में से एक है चैत्र नवरात्रि का त्यौहार। इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरूआत 9 अप्रैल से हो रही है। इस दिन से मां दुर्गा भवानी के मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहेगा। 17 अप्रैल को नवरात्रि का यह पावन पर्व समाप्त होगा।मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में सनातन धर्म में नवरात्रि बहुत ही खास मानी जाती है। साल में चार नवरात्रि आती है, जिसमें से चैत्र और शारदीय बेहद खास मानी जाती है।
लेकिन ये बहुत ही कम लोग जानते हैं कि नवरात्रि के इस पावन पर्व की शूरुआत कैसे हुई थी और क्यों मनाया जाता है। तो बता दें कि पौराणिक कथाओं के अनुसार महिषासुर नाम का एक राक्षस था। कठोर तप करके महिषासुर ने ब्रह्मा जी को प्रसन्न कर लिया था। महिषासुर की तपस्या से खुश होकर ब्रह्मा जी ने उसे अमर होने का वरदान दे दिया। जिसके बाद महिषासुर का अत्याचार दिनों- दिन बढ़ने लगा। एक दिन जब महिषासुर ने देवताओं पर आक्रमण कर दिया तब उसके अत्याचार से परेशान होकर देवताओं ने ब्रह्मा ,विष्णु और महेश का आवाह्न किया।
Chaitra Navratri 2024: तब ब्रह्मा देव ने बताया कि कोई भी पुरूष या देव उसका वध नहीं कर सकता। तभी त्रिदेवों ने मिलकर मां आदि शक्ति का आवाह्न किया जिसके बाद मां आदिशक्ति देवी दुर्गा का रूप में प्रकट हुई और नौ दिनों तक देवी दुर्गा और महिषासुर के बीच भयंकर युद्ध हुआ। 10वें दिन मां दुर्गा ने दुष्ट राक्षस महिषासुर का वध कर दिया। जिसके उपलक्ष्य में हर साल नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।