Shadiya Navratri Day 7: आज शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन, जानें मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना की विधि, मंत्र और आरती…

शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन देवी दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि को समर्पित होता है। इस बार सप्तमी तिथि सोमवार, 29 सितंबर 2025 को पड़ रही है, जिसे महासप्तमी भी कहा जाता है।

  •  
  • Publish Date - September 29, 2025 / 07:40 AM IST,
    Updated On - September 29, 2025 / 07:40 AM IST

shardiya navratri day 7

HIGHLIGHTS
  • नवरात्रि का सातवां दिन मां कालरात्रि को समर्पित होता है।
  • देवी कालरात्रि की पूजा से भय, नकारात्मकता और संकटों से मुक्ति मिलती है।
  • भक्त मां को गुड़ से बना भोग, जैसे मालपुआ, अर्पित करते हैं।

Shadiya Navratri Day 7: शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन देवी दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि को समर्पित होता है। इस बार सप्तमी तिथि सोमवार, 29 सितंबर 2025 को पड़ रही है, जिसे महासप्तमी भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां कालरात्रि की पूजा से सभी प्रकार के भय, नकारात्मक ऊर्जा और दुष्ट शक्तियों का नाश होता है। मां का यह रूप अत्यंत उग्र है, लेकिन भक्तों के लिए करुणामयी और रक्षक स्वरूप में प्रतिष्ठित हैं। सप्तमी के दिन विधिपूर्वक व्रत रखने और देवी की आराधना करने से जीवन में साहस, आत्मबल और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है।

मां कालरात्रि की पूजा विधि

नवरात्रि के सातवें दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा के लिए एक चौकी पर मां कालरात्रि की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। चौकी को अच्छे से सजाएं और मां को काले या स्लेटी रंग की चुनरी अर्पित करें।

Shadiya Navratri Day 7: इसके बाद रोली, चावल (अक्षत), हल्दी, पुष्प, चंदन, धूप-दीप और नैवेद्य चढ़ाएं। इस दिन विशेष रूप से मां को गुड़ या गुड़ से बनी मिठाई जैसे मालपुआ या खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि गुड़ का भोग मां को अति प्रिय है और इससे देवी अत्यंत प्रसन्न होती हैं।

मां कालरात्रि का प्रिय फूल

पूजन में गुड़हल और रातरानी के फूलों का विशेष महत्व होता है। यह दोनों फूल मां कालरात्रि को अत्यंत प्रिय हैं। इन फूलों से पूजा करने से माता शीघ्र प्रसन्न होती हैं और साधक की सभी बाधाएं दूर होती हैं।

कौन सा रंग पहनना चाहिए?

Shadiya Navratri Day 7: नवरात्रि के सातवें दिन स्लेटी (ग्रे), नीला या कत्थई रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। यह रंग शक्ति, संतुलन और नकारात्मकता के नाश का प्रतीक है।

मां कालरात्रि के मंत्र

इस दिन मां कालरात्रि के निम्न मंत्रों का जाप करने से भय, संकट, रोग और शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है:

  • ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कालरात्र्यै नमः

  • ॐ कालरात्र्यै नमः

इन मंत्रों का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए।

मां कालरात्रि की आरती

पूजा के अंत में मां कालरात्रि की आरती करें। कपूर या घी का दीपक जलाकर भावपूर्वक आरती गाएं:

कालरात्रि जय जय महाकाली, काल के मुंह से बचाने वाली…
(पूर्ण आरती उपरोक्त पाठ में उपलब्ध है)

निष्कर्ष

Shadiya Navratri Day 7: नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर मां कालरात्रि की उपासना से मनोबल में वृद्धि होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं स्वतः समाप्त हो जाती हैं। मां कालरात्रि की पूजा जहां एक ओर आध्यात्मिक साधना को बल देती है, वहीं दूसरी ओर बुरी शक्तियों और बुरे विचारों से रक्षा भी करती है। मां की कृपा से जीवन में कोई भय नहीं रहता और व्यक्ति अकाल मृत्यु के भय से मुक्त होता है। नवरात्रि का यह दिन साधकों के लिए विशेष फलदायी माना गया है।

read more: MP Weather Report: आज 16 जिलों मे होगी मूसलाधार बारिश.. IMD ने जारी किया अलर्ट, 40 जिलों से विदा हुआ मानसून

read more: IND vs PAK Asia Cup Final: चैंपियन टीम इंडिया ने नहीं ली एशिया कप की ट्रॉफी, मोहसिन नकवी से कप लेने से किया इनकार, यह रही खास वजह….

नवरात्रि के सातवें दिन किस देवी की पूजा होती है?

सप्तमी को मां कालरात्रि की पूजा की जाती है, जो दुर्गा का उग्र स्वरूप हैं।

सप्तमी को मां कालरात्रि की पूजा की जाती है, जो दुर्गा का उग्र स्वरूप हैं। मां कालरात्रि को कौन-सा भोग चढ़ाना चाहिए?

मां को गुड़ या गुड़ से बनी मिठाइयाँ जैसे मालपुआ या खीर चढ़ाना शुभ होता है।

कालरात्रि देवी का प्रिय फूल कौन-सा है?

गुड़हल और रातरानी के फूल मां कालरात्रि को अत्यंत प्रिय हैं।