कार्यक्रम में 50 देशों के करीब 1500 प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना है. इससे पहले इस तरह का पिछला सम्मेलन 1974 में आयोजित किया गया था
इस पूरी प्रक्रिया में कोई मिडिल मैन भी नहीं होता और ग्राहकों से जो पैसा मिलता है, उसका 70 प्रतिशत से ज्यादा सीधा किसानों की जेब में जाता है।
भारत के आठ करोड़ से ज्यादा परिवारों को यह सेक्टर रोजगार मुहैया करा रहा है।
छोटे किसानों के परिश्रम और उनके पशुधन की वजह से आज भारत पूरे विश्व में सबसे ज्यादा दूध उत्पादन करने वाला देश है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत का डेयरी कापरेटिव सिस्टम हमारे डेयरी सेक्टर की दूसरी विशेषता है। यह डेयरी कापरेटिव देश के दो लाख से ज्यादा गांवों में करीब दो करोड़ किसानों से दिन में दो बार दूध जमा करती है और उसे ग्राहकों तक पहुंचाती है।
भारत का डेयरी सेक्टर विश्व के अनेक गरीब देशों के किसानों के लिए बेहतरीन बिजनेस मॉडल है। भारत में डेयरी सेक्टर से जुड़े अधिकांश छोटे किसान हैं।
पीएम मोदी ने किया वर्ल्ड डेयरी समिट-2022 का शुभारंभ, भारत में 48 साल बाद कार्यक्रम का आयोजन
World Dairy Summit 2022