नई दिल्ली : इंडी गठबंधन के प्रमुख सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर राम मंदिर के मामले को लेकर एक बार फिर से हमला बोला हैं। उन्होंने भाजपा पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में सांसद मनोज झा ने कहा कि “मैं समझता हूं कि प्रधानमंत्री जी ने इसे (राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा) ट्रस्ट का मामला ही नहीं रहने दिया। भाजपा ने इस ट्रस्ट को हाईजैक कर लिया है। प्रधानमंत्री के लिए ये बहुत आवश्यक था क्योंकि मूल्यांकन के बिंदुओं पर तो वे सिफर हैं।”
मनोज झा ने कई बुनियादी मुद्दों पर सरकार और पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि “पूरी दुनिया में सरकार मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर और गुरुद्वारा बनाने के लिए नहीं चुनी जाती, सरकार रोजगार, बेहतर स्वास्थ्य, सामाजिक सौहार्द, आय की असामनता मिटाने के लिए चुनी जाती है। प्रधानमंत्री जी को लगा कि ये एक तुरुप का पत्ता है ताकि बाकी चीजों पर चर्चा नहीं होगी।”
#WATCH दिल्ली: RJD सांसद मनोज झा ने कहा, “मैं समझता हूं कि प्रधानमंत्री जी ने इसे(राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा) ट्रस्ट का मामला ही नहीं रहने दिया। भाजपा ने इस ट्रस्ट को हाईजैक कर लिया है। प्रधानमंत्री के लिए ये बहुत आवश्यक था क्योंकि मूल्यांकन के बिंदुओं पर तो वे सिफर हैं। पूरी… pic.twitter.com/UFDQ3BYNAk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 14, 2024
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होने के लिए तैयार हैं। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सभी परंपराओं के संतों को भी निमंत्रण दिया गया है।मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, यह समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों की अवधि में आयोजित किया जाएगा। 22 जनवरी को राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, जिसमें गणमान्य व्यक्ति और सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे।
Hema Malini In Ayodhya: पहली बार अयोध्या आ रही है सांसद हेमा मालिनी.. टीम के साथ करेंगी नृत्य नाटिका
वही इस समारोह के आमंत्रण को कांग्रेस और वामदलों ने ठुकरा दिया हैं। उन्होंने भीं भाजपा पर इस पूरे समारोह के राजनीतिकरण किये जानें का आरोप लगाया हैं। हालाँकि कांग्रेस का यह कदम उनके लिए ही परेशानी खड़ा करने वाला साबित हो रहा हैं। कई नेता आलाकमान के इस फैसले के विरोध में खड़े हो गए हैं तो कई नेताओं ने पार्टी लाइन से हटकर आरएसएस और भाजपा को धन्यवाद ज्ञापित किया हैं। कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद, गुजरात के विधायक अर्जुन मोढवाडिया और एमपी के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने पार्टी के इस फैसले पर अपनी गहरी आपत्ति जाहिर की हैं।