अयोध्याः Ram Mandir Pran Prathistha प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या आज दुल्हन की तरह सजी हुई है और सजे भी क्यों न… आज प्रभु श्री राम पधार रहे हैं। अब से कुछ ही देर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। पीएम मोदी सहित देश-दुनिया की कई महान हस्तियां राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनेंगे। लेकिन इस बीच खबर आ रही है कि देश के गृह मंत्री अमित शाह अयोध्या नहीं आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि अमित शाह परिवार के साथ बिरला मंदिर में मौजूद रहेंगे और परिवार के साथ लाइव प्रसारण के जरिए अयोध्या धाम में होने आयोजन को देखेंगे।
Ram Mandir Pran Prathistha वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा नई दिल्ली के झंडेवालान मंदिर में मौजूद रहेंगे और प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण देखेंगे। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और रविशंकर प्रसाद पार्टी के वे चेहरे हैं जिन्हें प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे। राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी अयोध्या में मौजूद रहेंगे। मालूम हो कि इस समारोह में यजमान के तौर पर अनुष्ठान करने के लिए अति पिछड़े से लेकर दलित समाज सहित विभिन्न जाति के लोगों को बुलाया गया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के साथ जाने के बजाय मैं राज्य मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों के साथ-साथ विधायकों और सांसदों को लेकर बाद में जाऊंगा। मंदिर हमारी आस्था और गौरव से जुड़ा हुआ है। इससे पहले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि वह फरवरी में राम सेवा के लिए अयोध्या जाएंगे। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे राम मंदिर के अभिषेक में शामिल नहीं होंगे, बल्कि 22 जनवरी को नासिक में होंगे। यहां वह ग्रामीण नासिक के भागुर में वीर सावरकर के जन्मस्थान पर जाएंगे और शाम को श्री कालाराम मंदिर और गोडा घाट पर आरती करेंगे।
श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आए 14 दंपति यजमान के दायित्व का निर्वहन करेंगे। ये सभी भारत के उत्तर, पूर्व, पश्चिम, दक्षिण और पूर्वाेत्तर से हैं। ये मुख्य यजमान होंगे। यजमानों की सूची में उदयपुर से रामचंद्र खरादी, असम से राम कुई जेमी, जयपुर से गुरुचरण सिंह गिल, हरदोई से कृष्ण मोहन, मुल्तानी से रमेश जैन, तमिलनाडु से आदलरासन और महाराष्ट्र से विठ्ठल कामनले शामिल हैं। इसी तरह, महाराष्ट्र के लातूर में घुमंतू समाज ट्रस्ट से महादेव राव, कर्नाटक से लिंगराज बासवराज, लखनऊ से दिलीप वाल्मिकी, डोमराजा के परिवार से अनिल चौधरी, काशी से कैलाश यादव, हरियाणा के पलवल से अरुण चौधरी और काशी से कवींद्र प्रताप सिंह भी इस लिस्ट में शामिल हैं।