2026 Grahan List: अनोखी घटनाओं से भरा होगा साल 2026! ‘ब्लड मून’ और ‘काला सूरज’ दोनों दिखेंगे, इस दिन से शुरू होगा ग्रहणों का तूफान.. अभी से कर लें ये तैयारी!

वर्ष 2026 ग्रहणों का विशेष वर्ष होगा, जिसमें कुल चार (दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण) लगेंगे। आईये आपको बताते हैं 2026 में ग्रहण कब लगेंगे और कितने ग्रहण भारत में दिखाई देंगे..

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  • Publish Date - November 17, 2025 / 05:25 PM IST,
    Updated On - November 17, 2025 / 07:11 PM IST

2026 Grahan List/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • 2026 ग्रहण स्पेशल: चार ग्रहण जो लिख देंगे नई किस्मत!
  • जान लें 2026 क्यों है ख़ास!

2026 Grahan List in Hindi: 2025 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। जैसे जैसे वो अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है, आकाश में एक नया तूफान तैयार हो रहा है। खगोलीय दृष्टिकोण से देखा जाए तो साल 2026 बेहद खास होने वाला है, क्यूँकि साल 2026 में कुल चार ग्रहण लगने वाले हैं, जी हाँ, “दो सूर्य ग्रहण” और “दो चंद्र ग्रहण”

2026 Grahan List: ये साल क्यों हैं ख़ास?

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार ग्रहण को अशुभ माना जाता हैं इसलिए ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है, जिसके दौरान कई नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है। जैसे भोजन करना, गर्भवती महिलाओं का बहार निकलना आदि। सूतक के दौरान मंदिर में पट भी बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान मन ही मन ईश्वर का स्मरण करने की सलाह दी जाती है। आईये अब आपको बताते हैं कि 2026 में कब – कब लगेंगे ग्रहण?

2026 Grahan List: नए साल 2026 में कब – कब लगेंगे ग्रहण?

2026 का पहला सूर्य ग्रहण: 17 फरवरी को लगेगा।

नए साल का पहला सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse) 17 फरवरी 2026 को लगेगा। ये ग्रहण दक्षिणी अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर और अंटार्कटिका में दिखेगा। भारत में कहीं भी ये ग्रहण दृश्यमान नहीं होगा।

2026 का दूसरा सूर्य ग्रहण: 12 अगस्त को लगेगा।

नए साल का दूसरा पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) 12 अगस्त 2026 को लगेगा। ये ग्रहण उत्तरी यूरोप जैसे की स्पेन, पुर्तगाल, रूस के उत्तरी भाग, उत्तरी अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका में दिखेगा। भारत में कहीं भी ये ग्रहण नहीं दिखेगा।

दोनों ही सूर्य ग्रहण भारत से दिखाई नहीं देंगे तथा सूतक काल लागू न होने से धार्मिक रूप से कोई प्रतिबंध नहीं लगेगा।

अब बात करें चंद्र ग्रहण की तो 2026 में दो चंद्र ग्रहण होंगे। आईये जानतें हैं कब – कब है चंद्र ग्रहण?

2026 में पहला चंद्र ग्रहण: 3 मार्च को लगेगा (Total Lunar Eclipse)

यह 2026 का सबसे शानदार लाल चंद्रमा होगा! जब पूर्ण चंद्र ग्रहण होता है तो चाँद लाल दिखाई देता है, और इस घटना को “ब्लड मून” भी कहते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और सूर्य की सीधी रोशनी चंद्रमा तक नहीं पहुँच पाती। 2026 में दो चंद्र ग्रहण होंगे, दोनों भारत में दिखेंगे। पूरे भारत में सुबह 3-5 बजे के बीच बहुत खूबसूरत लाल चंद्रमा दिखेगा।
ये ग्रहण भारत सहित एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत-अटलांटिक महासागर में दिखेगा। भारत के अधिकांश भागों में पूर्ण रूप से दिखाई देगा।

2026 में दूसरा चंद्र ग्रहण: 28 अगस्त 2026 (Partial Lunar Eclipse)

ये साल 2026 का दूसरा चंद्र ग्रहण होगा जो कि 28 अगस्त को लगेगा। ये ग्रहण यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका में दिखेगा किन्तु भारत के पूर्वी भागों में आंशिक रूप से दिखाई देगा, लेकिन पूर्ण रूप से नहीं।।

Disclaimer:- उपरोक्त लेख में उल्लेखित सभी जानकारियाँ प्रचलित मान्यताओं और धर्म ग्रंथों पर आधारित है। IBC24.in लेख में उल्लेखित किसी भी जानकारी की प्रामाणिकता का दावा नहीं करता है। हमारा उद्देश्य केवल सूचना पँहुचाना है।

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2026 में भारत में कौन-कौन से ग्रहण दिखेंगे?

दो चंद्र ग्रहण: 3 मार्च (पूर्ण) और 28 अगस्त (आंशिक)। दोनों भारत के अधिकांश भागों से स्पष्ट दिखेंगे। सूर्य ग्रहण भारत से अदृश्य रहेंगे।

लाल चंद्रमा (रक्त चंद्रमा) क्या है और 2026 में कब दिखेगा?

यह पूर्ण चंद्र ग्रहण का लाल रंग वाला नजारा है। 3 मार्च 2026 को सुपर ब्लड मून के रूप में भारत में दिखेगा – बहुत शानदार!

ग्रहण के दौरान सुतक काल का पालन क्यों जरूरी है?

यह धार्मिक आस्था पर आधारित है। चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सुतक लगता है, जिसमें भोजन-पूजा पर प्रतिबंध होता है। वैज्ञानिक रूप से जरूरी नहीं, लेकिन ज्योतिषीय शांति के लिए लाभकारी।

लाल चंद्रमा लगना अशुभ होता है क्या?

नहीं! यह पूरी तरह वैज्ञानिक घटना है। ज्योतिष में इसे राहु-केतु का प्रभाव मानते हैं, लेकिन विज्ञान के अनुसार यह सिर्फ प्रकाश का खेल है। डरने की कोई बात नहीं।