Chaitra Navratri 2022: आज मां ब्रह्मचारिणी की पूजा के बाद अवश्य करें ये उपाए, बन जाएंगे सभी बिगड़े काम, जानें मंत्र

Chaitra Navratri 2022 : today Worship of Maa Brahmacharini

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  • Publish Date - April 3, 2022 / 08:26 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:03 PM IST

धर्म। Chaitra Navratri 2022 : today Worship of Maa Brahmacharini :  शक्ति की भक्ति के महापर्व नवरात्र का आज दूसरा दिन है। आदिशक्ति की उपासना के दूसरे दिन उनके ब्रह्मचारिणी रूप की पूजा की जाती है। देवी ब्रम्हचारिणी की आराधना से भक्त की तप करने की शक्ति बढ़ती है, साथ ही उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। मां ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से भक्त को हर जगह सिद्धि और विजय प्राप्त होता है।

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नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की जाती है साधक इस दिन अपने मन को मां के चरणों में लगाते हैं। ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करनेवाली। इस तरह ब्रह्मचारिणी का अर्थ हुआ तप का आचरण करनेवाली। इनके दाहिने हाथ में जप की माला और बाएं हाथ में कमंडल रहता है।

Chaitra Navratri 2022 : today Worship of Maa Brahmacharini :  इस दिन साधक कुंडलिनी शक्ति को जागृत करने के लिए साधना करते हैं। जिससे उनका जीवन सफल हो जाता है। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने वाला भक्त अपने सामने आने वाली किसी भी प्रकार की बाधा का सामना आसानी से कर सकता है।

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Chaitra Navratri 2022 : today Worship of Maa Brahmacharini : मां दुर्गा का ये दूसरा स्वरूप भक्तों और सिद्धियों को अनंत फल देनेवाला है। इनकी उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार संयम की वृद्धि होती है। जीवन की मुश्किलों में भी उनका मन कर्तव्य से विचलित नहीं होता। मां ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से भक्त को हर जगह सिद्धि और विजय प्राप्त होती है। मां ब्रह्मचारिणी को शक्कर के बने पदार्थों का भोग लगाया जाता है।

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आज के दिन माता के साधक को नारंगी या पीले रंग का वस्त्र धारण करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त पूरी श्रद्धा से, माता की उपासना करता है, उसकी सारी मनोकामनाएं देवी अवश्य पूरा करती हैं।

या देवी सर्वभूतेषु ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:

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