Publish Date - September 4, 2022 / 05:53 AM IST,
Updated On - November 28, 2022 / 09:25 PM IST
नई दिल्ली। हिंदू धर्म ग्रंथो में सूर्य को देव का दर्जा दिया गया है। अनादिकाल से सूर्य अपनी रोशनी से लोगों के जीवन को कर रहा है। सूर्य देव के प्रकाश के बिना पृथ्वी में जीवन का कोई अस्तित्व नहीं है। शायद इसी कारण प्राचीन काल से हमारे पूर्वज प्रात: काल से सूर्य देव का वंदन करते है। सूर्य देव को जल अर्पित कर सारे लोग अपने कार्यों का श्रीणेश गणेश करते है। रविवार खास तौर पर सूर्य का दिन होता है। इस दिन लोग सूर्य की विभिन्न तरह से उपासना करते हैं।
सबसे पहले हम जानेंगे कि हमें रविवार के दिन कौन-सी दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए। इस दिन पश्चिम और वायव्य दिशा में यात्रा नहीं करें क्योंकि इस दिन पश्चिम में दिशा शूल रहता है। अगर इस दिन किसी कारणवश इन दिशाओं में जाना जरुरी है तो रविवार को दलिया, घी या पान खाकर या इससे पहले पांच कदम पीछे चलकर ही इस दिशा में जाएं।
रविवार के दिन सूर्य से संबंधित धातु जैसे तांबे आदि को बेचने से बचें। इससे सूर्य कमज़ोर भी हो सकता हैं।
इस दिन काले रंग से संबंधित कोई भी कपड़े पहनने से बचें। नीले, काले, कत्थई और ग्रे कलर के कपड़े रविवार के दिन पहनना शुभ नहीं माना गया हैं।
रविवार के दिन नमक खाने से बचना चाहिए। इससे आपके कार्य में बाधा के साथ स्वास्थय पर भी असर पड़ सकता है। रविवार के दिन खासकर सुर्यास्त के बाद नमक बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।
रविवार के दिन मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन ऐसा करना अशुभ माना गया हैं।