Kendra Trikon Rajyog: ज्योतिष के अनुसार शनि देव एक राशि में ढाई साल तक गोचर करते हैं, जो कि सबसे धीमी चाल है। इस दौरान शनि का शुभ और अशुभ दोनों प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। वर्तमान की बात करें तो शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं,जो उनकी स्वराशि है। आपको बता दें कि शनि ने 18 जनवरी को कुंभ राशि में प्रवेश किया था। ऐसे में शनि का कुंभ राशि में गोचर इस समय केंद्र त्रिकोण राजयोग बनाने जा रहा है। ऐसे में शनि के इस राजयोग के निर्माण से कई राशियों के अच्छे दिन आनेवाले हैं। खासकर वृषभ, सिंह, कुंभ राशि के जातकों को इस केंद्र त्रिकोण राजयोग का विशेष लाभ मिलने वाला है।
वृषभ
इस केंद्र त्रिकोण राजयोग का जीन राशियों को लाभ मिलनेवाला है। उसमें वृषभ राशि सबसे प्रमुख है, यह योग इस राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ है। इन्हें नौकरी में तरक्की के योग मिलेंगे, पारिवारिक समस्या से निजात मिलेगा। रोजगार के नए अवसर बनेंगे। धन लाभ के भी योग बन रहे हैं।
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सिंह
वहीं सिंह राशि के जातकों के लिए यह योग परिवार और पार्टनर का बेहतर साथ लेकर आएगा, कार्यक्षेत्र में ऐसे जातकों को सफलता हासिल होगी, मान-सम्मान बढ़ेगा। अदालती मामलों में भी सफलता हासिल होगी।
कुंभ
वहीं कुंभ राशि के जातकों के लिए यह योग आत्मविश्वास को बढ़ानेवाला है, उनकी बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। साथ ही दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियां दूर होंगी, दूसरे के मन में ऐसे जातकों के प्रति आकर्षण बढ़ेगा।
बता दें कि अगर किसी भी कुंडली में तीन केंद्र भाव 3,4,7 और 10 की तरह ही 1,5 और 9 में स्थित ग्रह आपस में युति बनाते हैं और राशि का परिवर्तन होता है तो केंद्र त्रिकोण राजयोग का कुंडली में निर्माण होता है। वैसे भी त्रिकोण भाव की देवी के रूप मां लक्ष्मी के रूप में मान्यता प्राप्त है, दूसरी तरफ केंद्र के देवता के रूप में भगवान विष्णु को पूजा जाता है।