दिवाली में सोने की हो गईं भगवान केदारनाथ मंदिर की दीवारें, जानें कैसे हुआ यह संभव

kedarnath temple दरअसल, मुंबई के एक कारोबारी ने केदारनाथ मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान किया है। इसी सोने से श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के अंदर की दीवार अब सोने की बनाई जाएगी।

दिवाली में सोने की हो गईं भगवान केदारनाथ मंदिर की दीवारें, जानें कैसे हुआ यह संभव

kedarnath temple

Modified Date: November 28, 2022 / 09:06 pm IST
Published Date: October 26, 2022 8:45 am IST

businessman donated 230 kg gold to kedarnath temple:: देहरादून। उत्तराखण्ड में ​स्थित भगवान केदारनाथ मंदिर की दीवारों पर अब सोने की पर्त चढ़ाई गईं हैं।। दरअसल, मुंबई के एक कारोबारी ने केदारनाथ मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान किया है। इसी सोने से श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के अंदर की दीवार अब सोने की बनाई गईं हैं।। इससे पहले केदारनाथ धाम के गर्भगृह की यह दीवार चांदी की थी।

बता दें कि दीवाली के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ मंदिर में गर्भगृह की दीवारों पर सोने की परतें चढ़ाई गई। इतना ही नहीं इस दीवार पर गोल्ड प्लेट से भगवान शंकर के प्रतीक रहे शंख, त्रिशूल, डमरू जैसे चिन्ह उकेरे गए हैं। इसके साथ ही सोने से ही जय केदारनाथ धम और हर हर महादेव भी लिखवाया गया है। अब यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह आकर्षण का केंद्र होगा।

read more:  ब्लिंकन दीपावली समारोह का करेंगे आयोजन

 ⁠

businessman donated 230 kg gold to kedarnath temple: केदारनाथ मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान करने वाले मुंबई के कारोबारी ने बताया कि वे जब भी भगवान केदरानाथ के दर्शन के लिए आते थे तो यही सोचते थे कि ये गर्भगृह की चांदी की दीवारें क्यों ना सोने की हो जाएं। इसके लिए मैंने यह सोना दान करने का मन बनाया। फिर करोड़ों रुपए खर्च कर यह सोने की दीवार तैयार की गईं। इसके बाद मंदिर समीति ने दिवाली के मुहूर्त पर यह सोने परत दीवार पर चढ़वाई। वहीं सरकार और मंदिर समिति ने मुंबई के व्यापारी का आभार भी जताया है।

read more:  26 October Live Update: आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे मल्लिकार्जुन खड़गे

बता दें कि मंदिर के स्थानीय पुजारी गर्भगृह की दीवारों को सोने की करवाने का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि मंदिर की चारों ओर की दीवारों पर सोने के पतरे चढ़ाए जाने से मंदिर के गर्भगृह की पौराणिकता को आघात लग रहा है। इतना ही नहीं पुजारियों ने इसके लिए अनशन करने की चेतावनी भी दी थी। लेकिन मंदिर समिति और उत्तराखंड सरकार ने सोना जड़वाने की अनुमति दे दी।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com