Aditya Hridaya Stotram: सूर्य देव को प्रसन्न करने का रहस्य, रविवार को आदित्य हृदय स्तोत्र करने से बदल सकती है आपकी किस्मत!

रविवार को सूर्य देव को समर्पित आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इससे जीवन में ऊर्जा, स्वास्थ्य, समृद्धि और मानसिक शांति मिलती है। यह संकट और बाधाओं को दूर कर सूर्य देव का आशीर्वाद प्रदान करता है।

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  • Publish Date - November 16, 2025 / 10:35 AM IST,
    Updated On - November 16, 2025 / 11:00 AM IST

(Aditya Hridaya Stotram, Image Credit: Facebook)

HIGHLIGHTS
  • रविवार: सूर्य देव को समर्पित सबसे शुभ दिन।
  • पाठ का लाभ: सफलता, यश और बाधाओं का नाश।
  • विधि: विनियोग मंत्र से शुरू करें, श्लोक पढ़ें और प्रार्थना करें।

Aditya Hridaya Stotram: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को आत्मा और ऊर्जा का प्रतिनिधि माना गया है। उनका प्रभाव हमारे जीवन के स्वास्थ्य, यश और सफलता से जुड़ा होता है। रविवार को सूर्य देव की उपासना करना सबसे शुभ माना गया है। इस दिन की पूजा और उपाय विशेष रूप से जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।

आदित्य हृदय स्तोत्र क्या है?

आदित्य हृदय स्तोत्र भगवान सूर्य को समर्पित एक प्राचीन स्तोत्र है। इसे पढ़ने से व्यक्ति सूर्य की दिव्य ऊर्जा से जुड़ता है। इस स्तोत्र का पाठ विशेष रूप से सफलता, मानसिक शांति, धन प्राप्ति और सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति के लिए किया जाता है।

आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ कैसे करें?

सप्ताह में रविवार का दिन आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने के लिए सर्वोत्तम माना गया है। सबसे पहले स्तोत्र का विनियोग मंत्र पढ़ें, फिर स्तोत्र के श्लोकों का पाठ करें। अंत में भगवान सूर्य से अपनी मनोकामनाओं की प्रार्थना करें। इसे नियमित करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव और ऊर्जा का अनुभव होता है।

रविवार को पाठ करने के लाभ

रविवार को आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। इसके लाभों में स्वास्थ्य में सुधार, मानसिक शांति, जीवन में सफलता और बाधाओं का नाश शामिल है। नौकरी में प्रमोशन, व्यापार में वृद्धि और सभी प्रकार की कठिनाइयों से मुक्ति पाने के लिए यह पाठ अत्यंत लाभकारी माना गया है।

सूर्य देव के मंत्र

रविवार को आप इन मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं:

  • ‘ॐ सूर्याय नमः’
  • ‘ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः’
  • ‘ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ’

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आदित्य हृदय स्तोत्र कब पढ़ना सबसे शुभ होता है?

रविवार का दिन आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने के लिए सबसे शुभ माना गया है। सुबह के समय पाठ विशेष रूप से फलदायी होता है।

आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने से क्या लाभ मिलता है?

इससे स्वास्थ्य में सुधार, मानसिक शांति, बाधाओं का नाश, सफलता और यश की प्राप्ति होती है।

पाठ के दौरान किन मंत्रों का जाप किया जा सकता है?

“ॐ सूर्याय नमः”, “ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः”, और “ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ” मंत्रों का जाप लाभकारी माना गया है।

क्या इसे घर पर अकेले भी पढ़ा जा सकता है?

हाँ, इसे घर पर शांत वातावरण में अकेले पढ़ना भी शुभ होता है।