Aaj Ka Panchang: आज का दिन रहेगा कैसा? उत्पन्ना एकादशी पारण के साथ 16 नवंबर के शुभ-अशुभ मुहूर्त खोलेंगे राज!

हिंदू पंचांग का उपयोग प्राचीन समय से किया जाता है। 'पंचांग' का अर्थ है पांच अंगों वाला कैलेंडर। इसमें समय गणना के पांच मुख्य भाग शामिल होते हैं - वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। इनकी सहायता से शुभ-अशुभ समय और धार्मिक कार्य तय किए जाते हैं।

Aaj Ka Panchang: आज का दिन रहेगा कैसा? उत्पन्ना एकादशी पारण के साथ 16 नवंबर के शुभ-अशुभ मुहूर्त खोलेंगे राज!

(Aaj Ka Panchang, Image Credit: Meta AI)

Modified Date: November 16, 2025 / 10:07 am IST
Published Date: November 16, 2025 9:59 am IST
HIGHLIGHTS
  • आज 16 नवंबर को उत्पन्ना एकादशी व्रत पारण का दिन है।
  • पारण का शुभ समय: दोपहर 01:10 बजे से 03:18 बजे तक।
  • शुभ मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त 04:58–05:51 बजे, विजय मुहूर्त 01:53–02:36 बजे।

Aaj Ka Panchang 16 November: हिन्दू पंचांग के अनुसार 16 नवंबर, रविवार का दिन कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शक संवत् 25 कार्तिक, विक्रम संवत् 2082 और पंजाब पंचांग के अनुसार यह मार्गशीर्ष मास की प्रविष्टि का समय है। इस्लामी कैलेंडर में आज 24 जमादिउल्अव्वल 1447 है। आज मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है, जो रात 04:48 मिनट तक प्रभावी रहेगी। नक्षत्र चित्रा और योग प्रीति (दिन-रात) है, जबकि करण कौलव रहेगा। चंद्रमा आज कन्या राशि में गोचर कर रहा है और सूर्य दक्षिणायन में स्थित है। हेमंत ऋतु की शुरुआत के साथ सूर्य दक्षिण गोल में प्रवेश कर चुका है।

व्रत पारण का समय

16 नवंबर का दिन उत्पन्ना एकादशी के पारण के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। व्रत तोड़ने का शुभ समय दोपहर 01:10 बजे से 03:18 बजे तक रहेगा। हरिवासर का समापन सुबह 09:09 बजे ही हो जाएगा, जिसके बाद पारण किया जा सकता है। सूर्य उदय 06:45 बजे और सूर्यास्त 05:27 बजे होगा। चंद्रोदय 17 नवंबर की सुबह 04:02 बजे तथा चंद्रास्त दोपहर 03:04 बजे निर्धारित है। आकाश दीपदान का समापन भी इसी दिन होता है, जिससे दिन का धार्मिक महत्व और बढ़ जाता है।

आज के शुभ मुहूर्त

दिन भर में कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। ब्रह्म मुहूर्त 04:58 से 05:51 बजे तक रहेगा, जो ध्यान और आध्यात्मिक साधना के लिए उत्तम है। अभिजित मुहूर्त, जिसे विजयकाल माना जाता है, 11:44 बजे से 12:27 बजे तक रहेगा। इसके अलावा विजय मुहूर्त 01:53 से 02:36 बजे, गोधूलि मुहूर्त 05:27 से 05:54 बजे और संध्या 05:27 से 06:47 बजे तक शुभ मानी गई है। अमृत काल 07:32 से 09:18 बजे तक प्रभावी रहेगा। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग सुबह 06:45 बजे से अगले दिन 02:11 बजे तक विशेष शुभफल देने वाले रहेंगे।

 ⁠

दोष और अशुभ काल

राहुकाल शाम 04:07 से 05:27 बजे, यमगण्ड 12:06 से 01:26 बजे और गुलिक काल 02:46 से 04:07 बजे तक रहेगा। यह समय महत्वपूर्ण कार्यों से बचने का माना जाता है। वर्ज्य 08:53 से 10:39 बजे, दुर्मुहूर्त 04:01 से 04:44 बजे और अग्नि बाण 01:45 बजे तक प्रभावी रहेगा। विडाल योग अगले दिन सुबह तक असर में रहेगा, इसलिए शुभ कार्यों में सावधानी की सलाह दी जाती है।

इन्हें भी पढ़ें:


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।