Hartalika Teej Ke Upay
Hartalika Teej 2023 : नई दिल्ली। भगवान शिव व माता पार्वती को समर्पित व्रत हरतालिका तीज का सुहागिनों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस साल हरतालिका तीज व्रत 18 सितंबर 2023, सोमवार को रखा जाएगा। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से सुहागिनों को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर प्राप्त होता है। इस व्रत में महिलाएं 24 घंटे निर्जला व्रत रखती हैं। रात भर जागकर भजन-कीर्तन करती हैं। इसी बीच हरतालिका तीज पर तीन शुभ संयोग भी बन रहे है।
ज्यातिष के अनुसार पंचांग के अनुसार हरतालिका तीज के दिन इंद्र योग और रवि योग बन रहा है। इसके अलावा चित्रा और स्वाती नक्षत्र का संयोग भी बन रहा है। स्वाति नक्षत्र में पूजा बेहद शुभ मानी जाती है, प्रदोषकाल में पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06:23 बजे से शुरू होगा। वहीं प्रात: काल में पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 07 मिनट से सुबह 8 बजकर 34 मिनट तक का रहेगा।
तीज के दिन विवाह संबंधी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस मंत्र का श्रद्धा पूर्वक 11 माला जाप करें। मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करें और संपूर्ण श्रृंगार करके ही करें, शाम को मंत्र जाप करना सर्वोत्तम होगा।
मंत्र है- ‘हे गौरीशंकर अर्धांगी, यथा त्वां शंकर प्रिया तथा माम कुरु कल्याणी, कान्ताकांता सुदुर्लभाम’।
हरतालिका तीज व्रत की शुरुआत एक दिन पहले आधी रात से हो जाती है। महिलाएं सोलह शृंगार कर चौकी पर भगवान गणेश, मां पार्वती और भोलेनाथ की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित करती हैं। सबसे पहले विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इसके बाद मां पार्वती को सुहाग का जोड़ा और शृंगार की सामग्री अर्पित करते हैं। हरतालिका तीज की कथा सुनाकर भगवान शिव और माता पार्वती की आरती की जाती है। मान्यता है कि तीज की कथा पढ़ने या सुनने के बाद ही व्रत पूरा होता है।