नई दिल्ली : Palmistry: इंसान के हाथों की रेखाओं से कई साड़ी बातें जुड़ी होती है। शास्त्रों के अनुसार इंसान के हाथ में कई ऐसी रेखाएं हैं जो उसकी परेशानी का कारण बनती है, तो वहीं कई रेखाएं ऐसी है जिसके कारण व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है। बता दें कि व्यक्ति की हाथों की रेखाएं कहीं ना कहीं उसके कर्मों से जुड़ी होती हैं। व्यक्ति की हाथों की ये खास रेखाएं कभी-कभी बड़े ही कम मेहनत में उसे अपार सफलता हासिल करा देती हैं।
आज हम आपको हाथों में बनने वाले एम के निशान के बारे में बात करेंगे, यह निशान खाफी ख़ास माना जाता है। जिसके भी हाथ में ये निशान होता है, 35 साल की उम्र के बाद उनका भाग्योदय जरूर होता है। यह निशान हाथ में कहा होता है और इसका लाभ कब और किस रूप में मिलता है आइए जानते हैं….
Palmistry: हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यह एम का निशान दाएं या बाएं दोनों ही हाथों में हो सकता है। यह हथेली पर तीन रेखाओं को मिलाकर बनता है, जो इंग्लिश के अक्षर एम के समान नजर आती है। बता दें कि जिन लोगों के हाथों में यह निशान होता है वह बहुत ही लकी होते हैं। इन लोगों में लीडरशिप का गुण काफी अच्छा होता है। ये लोग बुद्धि के भी काफी तेज होते हैं।
इतना ही नहीं इन्हें पॉलीटिक्स में भी काफी रूची होती है, जो इन्हें इस क्षेत्र में सफलता हासिल कराती है। इन लोगों में क्रिएटिविटी कूट कूट कर भरी होती है। यही वजह है कि यह अच्छे कलाकार, चित्रकार, गायक और अभिनेता बन पाते हैं। ऐसे लोग प्यार के मामले में भी काफी लकी होते हैं। इनका वैवाहिक जीवन सुखमय बीतता है।
Palmistry: इन्हें जीवन के शुरूआत में तो नहीं बल्कि 35 की उम्र के बाद भाग्य चमकना शुरू हो जाता है, जिसकी वजह से इनकी समझदारी का स्तर भी बढ़ता है। 35 की उम्र के बाद हथेली पर बना एम का निशान इन्हें बड़ी जल्दी ही सफलता के कगार पर पहुंचा देता है।