रायपुर: हिमाचल प्रदेश में सरकार पर और क्रॉस वोटिंग पर कांग्रेस ने आज 29 फरवरी की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि पार्टी और विधायकों के बीच सारे मतभेद सुलझा लिए गए हैं, इसके साथ ही ये ऐलान किया गया।
राज्यसभा सीट गंवाने के बाद हिमाचल कांग्रेस में मची उठापटक अब पटाक्षेप की तरफ आगे बढ़ती दिख रही है। नतीजों के बाद से मचा कोहराम शाम होते होते शांत होता दिख रहा है। हिमाचल प्रदेश में सरकार पर और क्रॉस वोटिंग पर कांग्रेस ने आज 29 फरवरी की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और हिमाचल सीएम सुखविंदर सुक्खू शामिल थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी और विधायकों के बीच सारे मतभेद सुलझा लिए गए हैं। सुक्खू सीएम बने रहेंगे। ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है। हमारे लिए अब लोकसभा चुनाव प्राथमिकता है।
इससे पहले राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 कांग्रेस विधायकों को अयोग्य ठहराए के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद प्रतिभा सिंह ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि ये फैसला हाईकमान को लेना था। लेकिन बाद में CM सुक्खू के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक होने का मैसेज भी दिया
इस फैसले से हिमाचल की कांग्रेस सरकार गिरने का खतरा टल गया है। हिमाचल में कुल 68 विधायक हैं। इस फैसले के बाद कांग्रेस के पास अब 34 MLA बचे हैं। भाजपा के 25 विधायक हैं जबकि 3 निर्दलीय हैं। हालांकि 6 विधायकों के निष्कासन के बाद अगर फ्लोर टेस्ट की नौबात आई। तो हिमाचल में कांग्रेस सरकार सुरक्षित रहेगी हालांकि 6 निष्कासित विधायक हाईकोर्ट जाने का मन बना चुके हैं।