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रायपुर। Kisan Karz mafi Yojana Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ किसान कर्ज माफ़ी योजना की घोषणा मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल ने की थी। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 17 तारीख को शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ही तीन बड़े फैसले लिए, जिसमें से एक किसानों की कर्ज माफ़ी थी।। किसानों का कितने तक का लोन माफ़ हुआ, इसकी पात्रता क्या है, ये सभी जवाब आपको इस आर्टिकल में देंगे।
छत्तीसगढ़ के किसानों के सर से कर्ज का बोझ हटाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान कर्ज माफ़ी योजना की घोषणा की थी। किसान कर्ज माफी योजना के तहत सरकार की 65 लाख किसानों के अल्पकालिक कृषि (फसल) ऋण को माफ़ करने की योजना थी। छत्तीसगढ़ सरकार ने फैसला लिया कि 30 नवम्बर 2018 तक जिस भी किसान ने छत्तीसगढ़ के सहकारी बैंक और ग्रामीण बैंक से कर्जा उठाया है, उनका ऋण माफ़ कर दिया जायेगा।
छत्तीसगढ़ शासन से मिले आंकड़ों के अनुसार 2018 में भूपेश सरकार बनने के बाद पहले ही दिन किसानों की कर्जमाफी शुरू हो गई थी, चार साल में प्रदेश के 17 लाख 82 हजार किसानों का 9270 करोड़ का कर्ज माफ किया गया । खास बात यह है कि इन चार वर्षों में 325 करोड़ रुपए के सिंचाई कर की माफी भी की गई है। यही नहीं, निजी कंपनियों द्वारा 1707 किसानों की अधिगृहीत 42 सौ एकड़ जमीन उन्हें वापस करवाई गई है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेश बघेल ने पहली कैबिनेट की बैठक के बाद पहली बार मीडिया को संबोधित करते हुए यह घोषणा की थी कि हमने दस दिन में कर्ज माफी का वादा घोषणा पत्र में किया था। धान का समर्थन मूल्य 1700 से बढ़ाकर 2500 रुपए करने की बात कही थी। इसकी हम घोषणा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा था कि किसान हमारा अन्नदाता है। हम उनसे किए सारे वादे पूरे करेंगे। हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं है। राज्य के 16 लाख 50 हजार किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए लिया हुआ सभी कर्ज माफ होगा, इसमें कर्ज की कोई सीमा नहीं तय की गई।
-छत्तीसगढ़ में लागू हुई इस योजना का लाभ सिर्फ वहां रहने वाले किसान को ही मिलेगा, दूसरे राज्य के लोग इसके लिए आवेदन नहीं कर सकते है।
-जो भी किसान छत्तीसगढ़ फसल ऋण मोचन योजना के लिए आवेदन करेगा, उसे वहां का मूल निवासी पत्र दिखाना अनिवार्य है।
-योजना के अंतर्गत कर माफ़ सिर्फ उनका होगा, जिन्होंने फसल के लिए लोन लिया है।
-फसल से जुड़े अन्य कामों के लिए अगर लोन लिया है, तो वे किसान इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
-छत्तीसगढ़ फसल कर्ज माफ़ी योजना सिर्फ उनके लिए है, जो कृषि पर निर्भर करते है। अन्य लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा।
-किसानों को अपना किसान कार्ड भी दिखाना होगा। ऐसे नियम इस योजना के लिए बनाए गए हैं।
धमतरी जिले के ग्राम भोयना निवासी एक किसान का पांच लाख रुपए का कर्ज माफ हुआ है। जिससे भावुक हुए किसान ने अपने नए मकान का नाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर ही रख लिया। जिसकी चर्चा जिले सहित प्रदेश भर में हो रही है। वहीं मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर किसान के इस अपनेपन के लिए उनका आभार जताया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री के प्रति प्रेम का एक ऐसा अनूठा मामला धमतरी में सामने आया है। जहां शहर से लगे भोयना गांव में एक देवांगन परिवार ने अपने घर का नाम ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर कर दिया है। किसान अशोक देवांगन ने बताया कि उनका करीब 15 एकड़ खेत है और खेती किसानी के लिए उनके भाई बलराम देवांगन ने जिला सहकारी बैक से करीब 5 लाख रुपये का कर्ज लिया था। किसान ने बताया कि प्रदेश में भूपेश बघेल का सरकार बनने के बाद उनका 5 लाख रुपए का कर्ज माफ हुआ है।
उसी वक्त बलराम देवांगन ने ठाना था कि वह इस कर्ज माफी की राशि से तीन कमरों का घर बनाएंगे और उस घर का नाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर “भूपेश बघेल निवास” रखेंगे लेकिन कोरोना काल में बलराम देवांगन का निधन हो गया जिसके बाद उनकी ये इच्छा अधूरी रह गई। वहीं बड़े भाई के निधन के बाद उनके छोटे भाई अशोक देवांगन ने घर का निर्माण पूरा कराया और अपने भाई की इच्छा के मुताबिक घर का नाम “भूपेश बघेल निवास” कर दिया। जिसकी चर्चा अब पूरे प्रदेश में हो रही है।
वहीं जानकारी होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि अशोक कुमार देवांगन जी के इस प्यार के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं…आपके भाई स्व. बलराम देवांगन जी को विनम्र श्रद्धांजलि….और वादा है कि भरोसा बरकरार रहेगा।
बीते दिनों बेलतरा विधानसभा में भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों से शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली जिसमें एक किसान ने बताया कि ‘ मुख्यमंत्री जी आपने जो किसानों के लिए कर्जमाफी की, उससे खेती किसानी में सुखद बदलाव तो आये ही, किसानों के पास अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और अन्य जरूरतों के लिए भी पैसे आये। मेरा दो लाख ग्यारह हजार रुपए का कर्जमाफ हुआ। इससे मैंने अपने बच्चों को खूब पढ़ाया। मेरे तीन बच्चे हैं। मेरे तीनों बच्चे शासकीय सेवा में हैं। यह बात ग्राम बाढ़ी के भगवान सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कही। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 12 मई को भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में ग्रामीणजनों से चर्चा करने बेलतरा पहुंचे थे।