PM Vishwakarmaa Yojna Launched: पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक अर्थव्यवस्था से जोड़ने की कोशिश.. शुरू हुई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना

PM Vishwakarmaa Yojna Launched पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक अर्थव्यवस्था से जोड़ने की कोशिश.. शुरू हुई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना

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  • Publish Date - September 17, 2023 / 04:04 PM IST,
    Updated On - September 17, 2023 / 04:04 PM IST

PM Vishwakarmaa Yojna Launched

नई दिल्ली: आज विश्वकर्मा जयन्ती के मौके पर केंद्र सरकार की महत्वाकंक्षी योजना पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ किया गया है। पिछले महीने स्वतन्त्रता दिवस के मौके पर लालकिले से प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना के शुरुआत का एलान किया था। सर्कार का लड़ावा है कि यह इस योजना का असल मकसद पारम्परिक कारीगरों को आधुनिक अर्थव्यवस्था से जोड़ना है।

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केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह योजना मुख्य रूप से समाज के शिल्पियों और कारीगरों के लिए है। इस योजना के तहत मार्केटिंग और मेनुफेक्चरिंग में पैकेजिंग के नए तरीके, मॉर्डन टूल्स का उपयोग कर ज्यादा से ज्यादा फायदा हासिल करना है।

15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन

योजना के तहत लाभार्थियों को 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही लाभार्थियों को 500 रुपये प्रति दिन के स्टाइपेंड के साथ आधारभूत कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

कैसे होगा रजिस्ट्रेशन?

इस योजना के लिए बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल (PM Vishwakarma portal) का इस्तेमाल करके कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से विश्वकर्माओं का फ्री रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. इस योजना के जो भी लाभार्थी होंगे। उन्हें सरकार की ओर से सर्टिफिकेट और आईडी भी मिलेगी।

इन डॉक्यूमेंट्स की होगी जरूरत

आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, व्यवसाय का प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट नंबर की डिटेल, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) जैसे तमाम डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ेगी।

इन लोगों को मिलेगा योजना का लाभ

केंद्र सरकार इस महत्वाकांक्षी योजना में 1. बढ़ई (सुथार), 2. नाव निर्माता, 3. अस्त्रकार; 4. ब्लैकस्मिथ (लोहार), 5. हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, 6. ताला बनाने वाला, 7. गोल्डस्मिथ (सुनार), 8. पॉटर (कुम्हार), 9. स्कल्पटर (मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाला), पत्थर तोड़ने वाला, 10. मोची (चर्मकार)/जूता बनाने वाला/फुटवियर कारीगर, 11. मेसन (राजमिस्त्री), 12. टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाला/कॅयर बुनकर, 13. गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), 14. बार्बर (नाई), 15. गारलैंड मेकर (मालाकार), 16. वाशरमैन (धोबी), 17. टेलर (दर्जी) और 18. फिशिंग नेट निर्माता को शामिल करेगी।

विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी दी जाएगी

योजना के तहत 30 लाख परिवारों के किसी एक व्यक्ति को जोड़ा जाएगा। योजना के तहत उन लोगों को 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक की ऋण सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर मुहैया कराए जाएंगे। योजना के तहत इन कार्यों से जुड़े लोगों के कौशल विकास, बाजार पहुंच और आर्थिक सहयोग पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्हें बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी। डिजिटल लेनदेन में प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।

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