किसी भी समय मैंने डोप नमूना देने से इनकार नहीं किया : बजरंग पूनिया

किसी भी समय मैंने डोप नमूना देने से इनकार नहीं किया : बजरंग पूनिया

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  • Publish Date - May 10, 2024 / 08:03 PM IST,
    Updated On - May 10, 2024 / 08:03 PM IST

नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने दावा किया है कि उन्होंने मार्च में सोनीपत में चयन ट्रायल के दौरान मूत्र का नमूना देने से इसलिये इनकार किया क्योंकि डोप नियंत्रण अधिकारी इस बात का पर्याप्त सबूत देने में विफल रहे कि वे जांच करने के लिए उचित उपकरण लाये हैं या नहीं।

तोक्यो ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता पूनिया ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से सिर्फ यह बताने की मांग की थी क्योंकि पिछले दो में से एक मौके पर नाडा अधिकारी ‘एक्सपायर्ड किट’ के साथ पहुंचे थे, वहीं दूसरे मौके पर वे सिर्फ एक जांच किट के साथ पहुंचे थे जबकि इसके लिए तीन किट अनिवार्य होती हैं।

देश के सबसे सफल पहलवानों में से एक पूनिया को 18 अप्रैल को अपनी जगह बताने में विफल होने का नोटिस जारी करने के बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने 23 अप्रैल को निलंबित कर दिया था।

बृहस्पतिवार को नाडा के उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित किये जाने के बाद कुश्ती की विश्व संचालन संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने भी इस साल के अंत तक निलंबित कर दिया।

पूनिया ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह स्पष्ट करना है कि मैंने किसी भी समय डोपिंग नियंत्रण के लिए अपना नमूना देने से इनकार नहीं किया। 10 मार्च 2024 को जब कथित डोपिंग नियंत्रण अधिकारियों ने मुझे संपर्क किया तो मैंने उन्हें सिर्फ यह याद दिलाया कि पिछली दो दफा जब वे मेरे नमूने लेने आये थे तो एक बार वे ‘एक्सपायर्ड किट’ लेकर आये थे। ’’

उन्होंने लिखा, ‘‘और दूसरी बार जब वे मेरा नमूना लेने आये तो एक ही जांच किट के साथ आये थे जबकि तीन किट लाना अनिवार्य होता है। ’’

पूनिया ने कहा कि उन्होंने 10 मार्च को डोप नियंत्रण अधिकारी से पिछली दो चूक के संबंध में जवाब मांगा था, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अधिकारियों से जवाब मांगा था क्योंकि नाडा ने मेरे किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया जिसमें मैंने इसके बारे में स्पष्टीकरण देने मांग थी और सूचित किया था कि मैं इसका स्पष्टीकरण मिलने के बाद ही अपना नमूना दूंगा। ’’

पूनिया ने कहा, ‘‘डोपिंग नियंत्रण अधिकारियों ने न सिर्फ स्पष्टीकरण देने से इनकार किया बल्कि उन्होंने कोई भी सबूत देने से इनकार कर दिया कि वे इस बार उचित उपकरण लेकर आये हैं या नहीं। वे उस स्थल से चले गये जहां मैं मौजूद था और उन्होंने दावा किया कि मैंने नमूना देने से इनकार कर दिया है। ’’

उन्होंने कहा कि यह खबर गलत है कि वह स्थल से तुरंत चले गये थे क्योंकि डोप नियंत्रण अधिकारियों के नमूना देने के लिये संपर्क करने के बाद वह करीब एक घंटे तक वहीं मौजूद थे।

पूनिया ने कहा, ‘‘मैं स्थल पर ही था क्योंकि मुझे तीसरे और चौथे स्थान के लिए एक और मुकाबला खेलना था। मेरे सेमीफाइनल मुकाबले के बाद मैं वहीं स्थल पर कुश्ती ट्रायल के सेमीफाइनल के दौरान लगी घुटने की चोट के उपचार के संबंध में भारतीय खेल प्राधिकरण के डॉक्टर से मिला। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं करीब एक घंटे बाद स्थल से निकला जबकि ऐसा दिखाया जा रहा है कि मैं तुरंत ही वहां से चला गया था। ’’

पूनिया ने कहा, ‘‘प्रोटोकॉल के अनुसार डोप नियंत्रण अधिकारी को ट्रायल्स के बीच में जल्दबाजी में रवाना होने से पहले और मेरा इनकार दर्ज करने के लिए टूर्नामेंट के मैनेजर को मेरी मेडिकल रिपोर्ट सौंपने तक मेरे साथ रहना चाहिए था। ’’

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द