नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर (भाषा) मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव की शानदार गेंदबाजी की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट में मैच के चौथे दिन सोमवार को यहां जीत की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए।
वेस्टइंडीज ने चाय के विश्राम तक अपनी दूसरी पारी में नौ विकेट पर 361 रन बनाए। भारत ने अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 518 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 248 रन ही बना पाई थी और उसे फॉलोऑन करना पड़ा था। इस तरह से वेस्टइंडीज ने 91 रन की बढ़त हासिल कर ली है।
चाय के विश्राम के समय जस्टिन ग्रीव्स 35 और जेडन सील्स 18 रन पर खेल रहे थे। यह दोनों दसवें विकेट के लिए अभी तक 50 रन जोड़ चुके हैं।
जॉन कैम्पबेल (199 गेंदों पर 115 रन) और शाई होप (214 गेंदों पर 103 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 177 रन जोड़कर संघर्ष करने का जज्बा दिखाया, लेकिन लंच के बाद दूसरी नई गेंद आने पर वेस्टइंडीज के बल्लेबाज का धैर्य जवाब दे गया।
इस मैच में वेस्टइंडीज के लिए एकमात्र सांत्वना यह रही कि उसने दो शतक लगाए और भारत को दूसरी बार बल्लेबाजी के लिए मजबूर किया।
यह पूरी तरह से गेंदबाजी का प्रयास था क्योंकि कुलदीप, जसप्रीत बुमराह, सिराज और रविंद्र जडेजा ने सही समय पर विकेट हासिल किया और इस मैच का चार समापन लगभग सुनिश्चित किया।
भारतीय गेंदबाजी इकाई इस तथ्य से उत्साहित हो सकती है कि उन्होंने दो पारियों में 190.5 ओवर गेंदबाजी की, जबकि परिस्थितियां स्पिन या तेज गेंदबाजी के लिए अनुकूल नहीं थीं। अगर वेस्टइंडीज के बल्लेबाज संघर्ष कर पाए तो उसका श्रेय फिरोजशाह कोटला की पिच को जाता है जिससे गेंदबाजों को खास मदद नहीं मिल रही थी। उसके बल्लेबाजों ने अपनी गलतियों से विकेट गवाएं।
खेल इतना नीरस हो गया था कि प्रसारणकर्ता भी मैदान पर खेले जा रहे खेल का विश्लेषण करने में ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे थे और इसके बजाय उन्होंने अपने विश्लेषकों से कहा कि वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार से शुरू होने वाले एकदिवसीय श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करें, जिसमें सभी की निगाहें दो अनुभवी खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा पर टिकी हैं, जिनका एकदिवसीय भविष्य संदेह के घेरे में है।
सुबह जॉन कैम्पबेल ने जडेजा की गेंद पर काउ कॉर्नर पर स्लॉग स्वीप से छक्का लगाकर 25वें टेस्ट मैच में अपना पहला शतक पूरा किया। इसके बाद वह गलत शॉट का चयन करके पवेलियन लौटे।
ऐसी पिच पर जहां बाएं हाथ के स्पिनरों की अधिकांश गेंदें लेग-मिडिल लाइन पर डाली जा रही थीं, कैम्पबेल ने रिवर्स स्वीप करने का प्रयास किया और डीआरएस ने उन्हें पगबाधा करार दे दिया।
कैंपबेल का आउट होना भी ज़्यादा मायने नहीं रखता क्योंकि कप्तान रोस्टन चेज़ (40) और होप चौथे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी के दौरान सहज दिखे। भारत ने जब नई गेंद ली तो उसके बाद वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की कलई खुल गई।
सिराज ने होप की पारी का अंत किया जबकि कुलदीप ने भी जल्दी-जल्दी तीन विकेट लिए। इनमें चेज़ का विकेट भी शामिल था, जिससे वेस्टइंडीज़ की हार लगभग तय हो गई।
भाषा
पंत आनन्द
आनन्द