लाहौर, 26 मई (एपी) जिम्बाब्वे के हरफनमौला सिकंदर रजा ने टॉस से महज 10 मिनट पहले इंग्लैंड से यहां पहुंचकर लाहौर कलंदर्स को चार साल में पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) का तीसरा खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
लाहौर ने रविवार को रोमांचक फाइनल में बड़े स्कोर का सफलता से पीछा करते हुए क्वेटा ग्लैडिएटर्स को एक गेंद शेष रहते छह विकेट से हराया।
रजा ने नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था जिसे जिम्बाब्वे शनिवार को पारी से हार गया था।
उन्होंने रविवार को सात गेंदों पर नाबाद 22 रन बनाए जबकि कुसल परेरा ने 31 गेंदों में नाबाद 62 रनों की पारी खेली जिससे लाहौर ने 19.5 ओवर में चार विकेट पर 204 रन बनाकर जीत दर्ज की। क्वेटा ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने के बाद नौ विकेट पर 201 रन बनाये थे।
क्वेटा के अबूझ स्पिनरों की जोड़ी अबरार अहमद (27 रन पर एक विकेट) और उस्मान तारिक (38 रन पर एक विकेट) ने बीच के ओवरों में लाहौर पर शिकंजा कस दिया था। जब रजा मैदान पर आए तो घरेलू टीम को अंतिम 20 गेंदों पर 57 रन की जरूरत थी।
लाहौर पहुंचने के लिए कई उड़ान लेने वाले रजा पर थकान का कोई लक्षण नहीं दिखा। उन्होंने तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर की पहली दो गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा। फहीम अशरफ की अंतिम तीन गेंदों पर टीम को जीत के लिए आठ रन चाहिए थे। रजा ने इस तेज गेंदबाज के खिलाफ छक्का और फिर फिर मिड-ऑन पर चौका जड़कर लाहौर को यादगार जीत दिला दी।
इससे पहले पाकिस्तान के उभरते हुए स्टार टी20 बल्लेबाज हसन नवाज ने 43 गेंदों पर 76 रनों की पारी खेली। अशरफ (28) ने सलमान मिर्जा के आखिरी ओवर में 23 रन बटोरे जिससे क्वेटा 200 रन के पार पहुंच गया।
कप्तान शाहीन शाह अफरीदी (24 रन पर तीन विकेट) और हारिस रऊफ (41 रन पर दो विकेट) की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने आखिरी कुछ ओवरों में दो रन के अंतराल में चार विकेट चटकाकर मैच में लाहौर की वापसी कराई।
अशरफ की 20वें ओवर में आतिशी बल्लेबाजी ने हालांकि क्वेटा को छह साल में अपना पहला पीएसएल खिताब जीतने की उम्मीद दी, लेकिन रजा ने उनके सपने को तोड़ दिया।
एपी आनन्द
आनन्द