ऋषभ का आकर्षक शतक, दक्षिण अफ्रीका अब लक्ष्य से 111 रन दूर |

ऋषभ का आकर्षक शतक, दक्षिण अफ्रीका अब लक्ष्य से 111 रन दूर

ऋषभ का आकर्षक शतक, दक्षिण अफ्रीका अब लक्ष्य से 111 रन दूर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:25 PM IST, Published Date : January 13, 2022/9:52 pm IST

केपटाउन, 13 जनवरी (भाषा) ऋषभ पंत की विषम परिस्थितियों में खेली गयी नाबाद शतकीय पारी के बावजूद दक्षिण अफ्रीका के सामने 212 रन का लक्ष्य रखने वाले भारत ने गुरुवार को यहां तीसरे दिन आखिरी क्षणों में डीन एल्गर का कीमती विकेट निकालकर तीसरे और निर्णायक टेस्ट क्रिकेट मैच में अपनी उम्मीदें जीवंत रखी।

दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट पर 101 रन बनाये और वह अब लक्ष्य से 111 रन पीछे है। अपनी पहली पारी में 223 रन बनाने वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में 198 रन ही बना पायी। दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 210 रन बनाये थे। तीन मैचों की श्रृंखला अभी 1-1 से बराबरी पर है।

भारत अब चौथे दिन सुबह के सत्र में तेजी से विकेट निकालकर हावी होने की कोशिश करेगा लेकिन उसके सामने कीगन पीटरसन के रूप में सबसे बड़ी बाधा होगी जिन्होंने क्रीज पर पांव जमाने के बाद प्रवाहमय बल्लेबाजी की। वह अभी 48 रन पर खेल रहे हैं। उन्होंने एल्गर (30) के साथ दूसरे विकेट के लिये 78 रन की साझेदारी की।

पंत ने 139 गेंदों पर नाबाद 100 रन बनाये जिसमें छह चौके और चार छक्के शामिल हैं। उन्होंने विराट कोहली (143 गेंदों पर 29 रन) के साथ पांचवें विकेट के लिये 94 रन जोड़े जिसमें भारतीय कप्तान का योगदान 15 रन था। भारत का यह टेस्ट मैचों में ऐसा सबसे कम स्कोर है जिसमें शतक भी शामिल है।

दक्षिण अफ्रीका की तरफ से मार्को जेनसन (36 रन देकर चार) कैगिसो रबाडा (53 रन देकर तीन) और लुंगी एनगिडी (21 रन देकर तीन) सफल गेंदबाज रहे।

पंत ने उस समय क्री पर कदम रखा जब भारत चार विकेट पर 58 रन के स्कोर पर संघर्ष कर रहा था। इसके बाद रन बनाने का पूरा जिम्मा पंत ने उठाया। दूसरे टेस्ट में खराब शॉट खेलने के कारण आलोचकों के निशाने पर रहे पंत ने अच्छी गेंदों को सम्मान दिया लेकिन खराब गेंदों को नहीं बख्शा।

पंत ने इस पारी में लापरवाह नहीं बल्कि बेपरवाह बल्लेबाजी की है। बायें हाथ के स्पिनर केशव महाराज पर तीन छक्के और डुआने ओलिवियर की लगातार गेंदों पर छक्का और चौके से पंत के सकारात्मक खेल का पता चलता है।

दक्षिण अफ्रीका के सामने बड़ा लक्ष्य नहीं था लेकिन एडेन मार्कराम (16) किसी भी समय सहज नहीं दिखे। उन्होंने शमी की लगातार दूसरी गेंद पर ढीला शॉट खेलकर तीसरी स्लिप में केएल राहुल को कैच दिया। इससे पहली वाली गेंद ‘स्लिप कॉर्डन’ से ही चार रन के लिये गयी थी। शमी ने श्रृंखला में चौथी बार मार्कराम को आउट किया।

भारतीयों ने बल्लेबाजों पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश की लेकिन एल्गर और पीटरसन ने सहजता से बल्लेबाजी की। रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर एल्गर साफ पगबाधा लग रहे थे लेकिन रीप्ले से पता चला कि गेंद स्टंप के ऊपर से निकल रही थी। जसप्रीत बुमराह ने दिन के अंतिम ओवर में एल्गर को पंत के हाथों कैच कराया जिसके लिये भारत को डीआरएस का सहारा लेना पड़ा।

इससे पहले भारत ने सुबह दो विकेट पर 57 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन उसने 10 मिनट के अंदर चेतेश्वर पुजारा (नौ) और अजिंक्य रहाणे (एक) के विकेट गंवा दिये थे।

इसके बाद कोहली ने संयम और दृढ़ता की प्रतिमूर्ति बनाकर पंत के साथ पहले सत्र में भारत को आगे कोई झटका नहीं लगने दिया।

कोहली हालांकि दूसरे सत्र में अपनी एकाग्रता बरकरार नहीं रख पाये और आखिर में ढीला शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया। एनगिडी की गेंद ऑफ स्टंप से काफी बाहर जा रही थी लेकिन कोहली ने उसे ड्राइव करने का प्रयास किया और दूसरी स्लिप में मार्कराम ने बहुत अच्छी तरह से उसे कैच में बदला। कोहली ने अपने कल के स्कोर में आज 15 रन जोड़े।

पंत को इसके बाद दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। कोहली के पवेलियन लौटने के बाद अश्विन (सात) को जीवनदान मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये और एनगिडी के अगले शिकार बने। शार्दुल ठाकुर (पांच) ने भी निराश किया और एनगिडी की बाहर जाती गेंद पर विकेट के पीछे कैच दिया। उमेश यादव (शून्य) ने यही काम रबाडा की गेंद पर किया।

पंत ने ऐसे में अपने पास अधिक स्ट्राइक रखी और इस बीच उन्हें दो जीवनदान भी मिले। जब शमी (शून्य) भी आउट हो गये तब पंत ने जेनसन की गेंद पर एक रन लेकर अपना चौथा टेस्ट शतक पूरा किया। वह दक्षिण अफ्रीका में शतक बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। उनका सैकड़ा पूरा होने के बाद बुमराह (दो) आखिरी विकेट के रूप में पवेलियन लौटे।

पंत ने जहां आलोचकों का मुंह बंद किया वहीं रहाणे और पुजारा फिर से असफल रहे। पुजारा ने जेनसन की उठती गेंद लेग साइड में खेलनी चाही लेकिन कीगन पीटरसन ने लेग स्लिप में बड़ी खूबसूरती से उसे कैच कर दिया। इसके बाद रबाडा की उठती गेंद रहाणे के दस्तानों को चूमकर विकेटकीपर काइल वेरेन के दस्ताने से लगकर हवा में उछली और डीन एल्गर ने बाकी काम पूरा किया।

भाषा

पंत आनन्द

आनन्द

 

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