श्रीकांत, त्रीसा-गायत्री सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय खिताब से एक जीत दूर

श्रीकांत, त्रीसा-गायत्री सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय खिताब से एक जीत दूर

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  • Publish Date - November 29, 2025 / 07:03 PM IST,
    Updated On - November 29, 2025 / 07:03 PM IST

लखनऊ, 29 नवंबर (भाषा) पूर्व चैंपियन किदांबी श्रीकांत और गत चैंपियन त्रीसा जॉली तथा गायत्री गोपीचंद की जोड़ी ने शनिवार को यहां विपरीत अंदाज में जीत दर्ज करते हुए सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्रमश: पुरुष एकल और महिला युगल फाइनल में जगह बनाई।

वर्ष 2016 में यहां खिताब जीतने वाले 32 साल के श्रीकांत ने कड़े मुकाबले में हमवतन और 2023 के राष्ट्रीय चैंपियन मिथुन मंजूनाथन को सेमीफाइनल में 21-15, 19-21, 21-13 से हराया।

विश्व चैंपियनशिप 2021 के रजत पदक विजेता श्रीकांत फाइनल में हांगकांग के जेसन गुनावन और जापान के मिनोरु कोगा के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेंगे।

श्रीकांत की जीत से पहले त्रीसा और गायत्री की दुनिया की 14वें नंबर की जोड़ी ने ओंग शिन यी और कारमेन टिंग की मलेशिया की दुनिया की 33वें नंबर की जोड़ी को सीधे गेम में 21-11, 21-15 ये हराकर फाइनल में प्रवेश किया।

कंधे की चोट के कारण पांच महीने बाहर रहने के बाद वापसी करते हुए अपनी दूसरी प्रतियोगिता में खेल रही गायत्री और त्रीसा फाइनल में रविवार को काहो ओसावा और माई तनाबे की जापान की आठवीं वरीय जोड़ी के खिलाफ फाइनल में अपना खिताब बचाने की कोशिश करेंगी।

भारत का महिला एकल में अभियान सेमीफाइनल में ही खत्म हो गया जब उन्नति हुड्डा और तन्वी शर्मा दोनों को सीधे गेम में हार का सामना करना पड़ा। उन्नति को तुर्की की नेसलीहान एरिन के खिलाफ 15-21, 10-21 से हार मिली जबकि तन्वी को जापान की हिना अकेची के खिलाफ 17-21, 16-21 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।

इससे पहले हरिहरन अम्साकरुणन और त्रीसा की मिश्रित युगल जोड़ी इंडोनेशिया के देजान फर्डिनानस्याह और बर्नाडाइन अनिंद्या वर्दाना के खिलाफ 17-21, 19-21 की हार से प्रतियोगिता से बाहर हो गई।

मंजूनाथ ने अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत को दो बार-2022 सिंगापुर ओपन और 2024 थाईलैंड मास्टर्स में – हराने के अलावा 2023 के राष्ट्रीय टूर्नामेंट के फाइनल में भी हराया।

शनिवार को हालांकि श्रीकांत ने नियंत्रित और अनुशासित खेल दिखाते हुए सत्र के अपने दूसरे फाइनल में जगह बनाई।

श्रीकांत ने अच्छी शुरुआत करते हुए पहले गेम में 8-2 की बढ़त बनाई। मंजूनाथ ने लगातार दबाव बनाए रखा और स्कोर 12-14 किया लेकिन इसके बाद श्रीलंका ने बेहतर खेल दिखाते हुए पहला गेम जीत लिया।

दूसरा गेम करीबी रहा। स्कोर 7-7 पर बराबर रहने के बाद मंजूनाथ ने ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बना ली। उन्होंने इस बढ़त को 16-9 किया लेकिन श्रीकांत ने लगातार सात अंक के साथ 18-18 के स्कोर पर बराबरी हासिल कर ली।

हालांकि मंजूनाथ ने धैर्य बरकरार रखते हुए मुकाबले को तीसरे और निर्णायक गेम में खींच दिया।

तीसरे गेम में श्रीकांत ने लय हासिल कर ली और पूरे समय आगे रहे। वह ब्रेक तक 11-6 से आगे थे जिसे उन्होंने जल्द ही 18-11 किया और फिर आसानी से गेम और मैच जीत लिया।

महिला युगल में त्रीसा और गायत्री ने मलेशियाई जोड़ी पर दबदबा बनाया। दोनों जोड़ियों ने मुकाबले की अच्छी शुरुआत की लेकिन त्रीसा और गायत्री ने पहले गेम में 8-7 के स्कोर के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। भारतीय जोड़ी ने ब्रेक तक 11-7 की बढ़त बनाई।

त्रीसा और गायत्री ने गेम पर पकड़ बनाए रखी और उन्हें बरकरार रखने में कोई परेशानी नहीं हुई। भारतीय जोड़ी ने विरोधी जोड़ी की दो सहज गल्तियों के साथ पहला गेम अपने नाम कर लिया।

दूसरे गेम में मलेशिया की खिलाड़ियों ने बेहतर खेल दिखाया। दोनों जोड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली लेकिन त्रीसा और गायत्री ब्रेक तक 11-10 की मामूली बढ़त बनाने में सफल रही।

भारतीय जोड़ी ने इसके बाद बढ़त को 17-14 किया और फिर विरोधी जोड़ी के बाहर शॉट मारने पर पांच मैच प्वाइंट हासिल किए।

टिंग ने इसके बाद एक और शॉट बाहर मारकर गेम और मैच भारतीय जोड़ी की झोली में डाल दिया।

भाषा सुधीर नमिता

नमिता