एक अस्पताल ऐसा भी जहां अंदर जाने से डरते हैं लोग, फिर भी मजबूरी में इलाज कराने पहुंचते हैं ग्रामीण

एक अस्पताल ऐसा भी जहां अंदर जाने से डरते हैं लोग, फिर भी मजबूरी में इलाज कराने पहुंचते हैं ग्रामीण

एक अस्पताल ऐसा भी जहां अंदर जाने से डरते हैं लोग, फिर भी मजबूरी में इलाज कराने पहुंचते हैं ग्रामीण
Modified Date: November 29, 2022 / 08:29 pm IST
Published Date: August 2, 2019 5:02 am IST

धमतरी। आमतौर पर लोग बीमार पड़ने पर अस्पताल की ओर दौड़ते हैं,लेकिन धमतरी जिले में एक ऐसा भी अस्पताल है जहां लोग जाने से घबराते हैं। दरअसल डर की वजह खुद अस्पताल है जो बीते तीन सालों से जर्जर स्थिति में है। देखने में ऐसा लगता है कि मानो कभी भी भरभरा कर गिर जाएगा। जिसके चलते मरीज यहां जाने से डरते है।

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मामला धमतरी जिला मुख्यालय से तकरीबन 80 किलोमीटर दूर गढ़डोंगरी के उप स्वास्थ्य केंद्र का है। जहां इलाज कराने दूरदराज से लोग मजबूरी में आते हैं। बता दे कि नगरी विकासखण्ड के गढ़डोंगरी का उप स्वास्थ्य केंद्र पिछले 3 सालों से जर्जर हालात में है यहां के ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधि कई बार इसकी शिकायत शासन प्रशासन से कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी किसी ने इसकी ओर ध्यान नही दिया। आलम ये है कि उपस्वास्थ्य केंद्र में कोई भी मरीज बैठने तो दूर घुसने के लिए भी डरते हैं।

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अस्पताल की छत जर्जर हो चली है जो कभी भी गिर सकती है। दीवारें भी अपनी दयनीय हालात पर आंसू बहा रहा है। आसपास कोई बड़ा अस्पताल नही है लिहाजा इसी अस्पताल में लोग दूरदराज से इलाज कराने पहुँचते हैं। इसके आलावा महिलाओं का प्रसव भी यहीं कराया जाता है। लोगों का कहना है कि लंबे समय से अस्पताल इसी हालात में है। इस अस्पताल में इलाज कराने डोहलापारा, नाचकारपारा, नयापारा, झुरानदी, गुहानपारा, गिधावा, जरहीडीह, गढडोंगरी के मरीज पहुँचते हैं और वे सभी मजबूरी बस इस अस्पताल में इलाज कराने आते हैं।

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अब जरा सोचिए कि आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाले अस्पताल खुद बीमार पड़ जाए तो इसे आप क्या कहेगें। बहरहाल देखने वाली बात होगी कि क्या बीमार अस्पताल का इलाज करने सरकार या प्रशासन कोई पहल करेगें या फिर बीमारी से जूझ रहा यह अस्पताल खुद दम तोड़ देगा। और अपने साथ कई मरीजों को भी अपने आगोश में समेट लेगा।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com