आरीडोंगरी लौह अयस्क प्रोजेक्ट के संचालन का निर्णय, भूपेश ने कहा- विकास के लिए खनिज संसाधनों का हो बेहतर उपयोग

आरीडोंगरी लौह अयस्क प्रोजेक्ट के संचालन का निर्णय, भूपेश ने कहा- विकास के लिए खनिज संसाधनों का हो बेहतर उपयोग

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  • Publish Date - January 18, 2019 / 11:33 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:56 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने उत्तर बस्तर (कांकेर) के अंतर्गत आरीडोंगरी लौह अयस्क परियोजना का संचालन शुरू करने के संबंध में निर्णय लिया है। आरीडोंगरी में पाए जाने वाला लौह अयस्क की गिनती उच्च श्रेणी के अयस्कों में की जाती है। यह निर्णय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के संचालक मण्डल की बैठक में लिया गया। उन्होंने राज्य के विकास और हित को ध्यान में रखते हुए खनिज संसाधनों के सही ढंग से दोहन तथा बेहतर उपयोग सुनिश्चित करने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।

इसके अलावा सरगुजा जिले के मेनपाट तहसील के अंतर्गत ग्राम पथराई में बाक्साईट खनिज के खनन तथा विपणन के संबंध में भी निर्णय लिया गया। इसी तरह कबीरधाम और सरगुजा जिले के बाक्साइट वाले क्षेत्रों और आरीडोंगरी आयरन ओर ब्लॉक के अन्वेषण को प्राथमिकता के आधार पर किए जाने का निर्णय लिया गया।

बताया गया कि बैठक में लिए गए इन महत्वपूर्ण निर्णयों से छत्तीसगढ़ राज्य में लौह और बॉक्साईट आधारित उद्योगों को उच्च तथा अच्छी श्रेणी के अयस्कों के कम परिवहन लागत पर सुगम उपलब्धता सुनिश्चित होगी। विभागीय काम-काज में और गति लाने के लिए अटल नगर (नया रायपुर) के सेक्टर-24 में निर्मित ऑफिस कॉम्प्लेक्स में छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के मुख्य कार्यालय के संचालन किए जाने के संबंध में भी चर्चा हुई। 

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बैठक में मुख्य सचिव सुनील कुमार कुजूर, सचिव खनिज गौरव द्विवेदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक मुदित कुमार सिंह, खनिज विभाग के प्रबंध संचालक अलरमेल मंगई डी, सचिव वित्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, ऊर्जा विभाग के विशेष सचिव अंकित आनंद, महाप्रबंधक पीएस यादव सहित संचालक मंडल के सदस्य उपस्थित थे।