Fact Check: घर के फ्रिज और प्याज से भी हो सकता है ‘ब्लैक फंगस’ ? एक्सपर्ट्स ने क्या कहा जानिए 

Fact Check: घर के फ्रिज और प्याज से भी हो सकता है 'ब्लैक फंगस' ? एक्सपर्ट्स ने क्या कहा जानिए 

Fact Check: घर के फ्रिज और प्याज से भी हो सकता है ‘ब्लैक फंगस’ ? एक्सपर्ट्स ने क्या कहा जानिए 
Modified Date: November 29, 2022 / 08:44 pm IST
Published Date: May 28, 2021 12:24 pm IST

नईदिल्ली। ब्लैक फंगस को लेकर सोशल मीडिया में वायरल एक पोस्ट में ये दावा किया जा रहा है कि, ‘घरेलू ब्लैक फंगस से सावधान रहें, अक्सर जब आप प्याज खरीदते हैं, तो आपने उस पर एक काली परत जरूर देखी होगी, ये ब्लैक फंगस है। रेफ्रिजरेटर के अंदर रबर पर दिखाई देने वाली काली फिल्म भी ब्लैक फंगस है, अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह काला फंगस फ्रिज में रखे खाद्य पदार्थों के जरिए आपके शरीर में आसानी से घुस सकता है।’

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दरअसल, जब इस दावे की पड़ताल की गई तो पता लगा कि रेफ्रिजरेटर के अंदर एक काला मोल्ड बनाने वाला फंगस और प्याज पर काली परत बनाने वाला फंगस, म्यूकोर माइकोसिस का कारण बनने वाले फंगस से बिल्कुल अलग है, यानी ये साफ हो गया कि फेसबुक पर वायरल ये दावा झूठा है, और इसमें कोई सच्चाई नहीं है, इसे कुछ लोगों द्वारा जनता के मन में भय पैदा करने के लिए वायरल किया जा रहा है। 

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एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया (Randeep Gularia) ने कहा है कि फंगल संक्रमण को रोकने के लिए आक्रामक तरीके से काम करने की जरूरत है, उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मामलों में कमी आने से फंगल संक्रमण के मामलों में कमी आने की संभावना है। ‘ब्लैक फंगस’ शब्द की उत्पत्ति पर बोलते हुए, गुलेरिया ने कहा, ‘याद रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि म्यूकोर माइकोसिस ब्लैक फंगस नहीं है, यह एक गलत नाम है, दरअसल, ब्लड की सप्लाई कम होने के कारण त्वचा का रंग कुछ फीका पड़ जाता है, इससे ऐसा लगता कि वह जगह काली हो गई, जिसके चलते इसे ब्लैक फंगस नाम दिया गया है। 

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गौरतलब है कि देशभर में अभी तक ब्लैक फंगस के करीब 12 हजार मामले मिल चुके हैं, ये संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है, वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ये दावे लोगों के मन में भय पैदा कर रहे हैं, इसलिए जरूरी है कि हम सभी को संक्रमण का मुकाबला करने के साथ ही झूठी खबरों और दावों से दूर रहना है। 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com