ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की कोविड से हुई मौत के मामलों को छिपा मुआवजे से बचना चाहती है सरकार: अखिलेश

ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की कोविड से हुई मौत के मामलों को छिपा मुआवजे से बचना चाहती है सरकार: अखिलेश

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  • Publish Date - June 4, 2021 / 10:47 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:32 PM IST

लखनऊ, चार जून (भाषा) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया हैं कि उप्र सरकार झूठे आंकड़ो के सहारे जनता को बरगलाना चाहती है, कोरोना संक्रमित कर्मचारियों के ड्यूटी पर मौत के मामलों को छुपाकर मुआवजा देने से बचना चाहती है।

उन्होंने कहा कि अपनी नाकामी छुपाने को सरकार कोरोना से मृतक संख्या को कम बता रही है। उन्होंने पूछा, अगर उसकी (सरकार की) नीयत साफ है तो वह सभी मृतकों की सूची क्यों नहीं जारी करती है? यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर मृतकों के परिजनों से मिलेंगे और उन्हें सांत्वना देंगे, उनकी परेशानी पूछेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा, “उत्तर प्रदेश में चुनाव सिर पर है और कोरोना से ज्यादा भाजपा सरकार के कुशासन से जनता त्रस्त है, कोरोना और फंगस संक्रमण के इलाज में लापरवाही के चलते लाखों जाने गई हैं। गांवो में स्थिति तो और ज्यादा खराब है, वहां दवा, इलाज की अव्यवस्था है, कानून-व्यवस्था भी चौपट है।”

उन्होंने दावा किया कि अब भाजपा नेतृत्व को लगने लगा है कि उसके राज में सरकार के बस कुछ ही दिन शेष बचे हैं, सत्ता हाथ से जा रही है, इसलिए हड़बड़ाहट में भाजपा नेतृत्व दिल्ली से लखनऊ तक दौड़ लगाने लगा है।

यादव ने कहा, “जनता में समाजवादी पार्टी की पैठ से डरा सहमा भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दिल्ली से लखनऊ तक एसी (वातानुकूलित) कमरो में चिंतन-मनन, मंथन और भोजन के साथ लगातार बैठकों में लग गया है। लेकिन हालात ये हैं कि इसके भेजे गए दूत एक को मनाते हैं तो दूसरा रूठ जाता है। सरकार और संगठन में दरार पाटने के लिए ट्वीट पर ट्वीट कर किसी तरह अपना पिंड छुड़ाकर नेतागण विश्राम मुद्रा में चले जा रहे है।”

भाषा जफर

प्रशांत

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