हैवानियत, ये बच्ची बोल नहीं सकती और हम अपको इसका दर्द बता नहीं पाएंगे | Harmony, this child can not speak and we can not show you

हैवानियत, ये बच्ची बोल नहीं सकती और हम अपको इसका दर्द बता नहीं पाएंगे

हैवानियत, ये बच्ची बोल नहीं सकती और हम अपको इसका दर्द बता नहीं पाएंगे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : June 28, 2017/4:18 pm IST

 

एक 12 साल की मूकबधिर नाबालिग बच्ची को उसके ही सगे ममरे भाई ने अपनी हवस का शिकार बना डाला। उसकी इस हरकत के बाद से बच्ची डरी सहमी बच्ची ने मूकबधिर सहायता केंद्र के लोगो को डॉल की मदद से पूरी आपबीती बताई। इसके बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया।कोर्ट में बयान देने गयी पीडिता शाम 7 बजे न्यायधीश को भी डॉल के माध्यम से पूरी घटना की जानकारी दे सकी।अब पुलिस आरोपी को तलाश रही है।

मामला धार के कोतवाली थाना क्षेत्र का है।यहाँ रहने वाली 12 वर्षीय मूकबधिर बालिका सरदारपुर स्थित मूकबधिर स्कूल में पढाई करती है।गर्मी की छुट्टी में वह अपने घर आई हुई थी।उसी समय उसके मामा का बेटा 19 साल ओंमकार भी वहा आया हुआ था।15 जून से पीडिता अपनी माँ से वापस स्कूल जाने का कह रही थी।लेकिन उसकी माँ ने 1 जुलाई को स्कूल भेजने की बात कही।इस बीच 23 जून को पीडिता की माँ 1 घंटे के लिए कही गयी हुई थी, उसी दौरान ओंमकार ने उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला।इसके बाद ओंमकार वापस इंदौर स्थित अपने घर लौट गया।

माँ के लौटने के बाद पीडिता ने कई बार उसे इसारे से घटना के बारे में बताने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं समझ सकी।मंगलवार को जब घर में अधिक मिर्च की सब्जी बनी तब पीडिता ने अपनी माँ को बताने का प्रयास किया और जब माँ ने बात समझते हुए उसकी जाँच की तो माँ को उसके साथ हुई हरकत समझने में देर नहीं लगी।घटना की जानकारी फौरन कोतवाली पुलिस को दी गयी, लेकिन पुलिस उसकी भाषा नहीं समझ सकी और न ही पीडिता उन्हें कुछ खुल कर बता सकी।

पीडिता की बात समझने के लिए इंदौर से मूकबधिर सहायता केंद्र से मोनिका पुरोहित और ज्ञानेंद्र पुरोहित को मदद के लिए बुलाया गया।वहां थाने में पीडिता 4 बजे तक उन्हें कुछ नहीं बता सकी।इसके बाद उसे घर ले जाया गया, जहा डॉल देने पर उसने डॉल की मदद से अपनी पूरी आपबीती मोनिका पुरोहित को बताई।पीडिता पिछले 4 साल से मूकबधिर स्कूल में पढाई कर रही थी, ऐसे में उसने आरोपी ओमकार के बारे में जानकारी दे दी।साथ ही कलेंडर की तारीख पर हाथ रखकर घटना की दिनांक भी बता दी।इसके बाद पुलिस ने ओंमकार के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर पीडिता को कोर्ट में पेश किया, जहां उसने न्यायधीश की टेबल पर डॉल की मदद से पूरी घटना की जानकारी दी।

मासूम पीडिता के साथ हुई इस घटना ने रिश्तो का कत्ल तो कर ही दिया, साथ ही समाज के सामने भी कई सवाल खड़े कर दिए।अब परिवार के लोग ही ओंमकार से गलती होने की बात कहकर पीडिता की माँ पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे है। ऐसे में सवाल यह भी खड़ा हो जाता है कि आखिर समाज किस दिशा में जा रहा है। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।