जगदलपुर के वन विद्यालय में अब जल्द ही पहाड़ी मैना की चहचहाहट गूंजेगी. वन विभाग ने इन परिंदों को सहेजने की तैयारी भी शुरू कर दी है. सब कुछ ठीक रहा तो पहाड़ी मैना की संख्या बढ़कर 3 हो जाएगी. दरअसल वन विभाग ने कांगेर नेशनल पार्क इलाके से 2 पहाड़ी मैना घायल हालत में बरामद की थी. जिनका इलाज करने बाद प्रदेश के सबसे बड़े आर्टिफिशियल नेस्ट जगदलपुर के वनविद्यालय में रखा जाएगा. बता दें पहाड़ी मैना छत्तीसगढ़ का राजकीय पक्षी है. और साल 2007 से प्रोजेक्ट मैना के नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया गया था. जिसका मकसद पहाड़ी मैना के इलाके को चिन्हित कर दोबारा इनके संरक्षण-संवर्धन की कोशिश करना है. लेकिन इन पक्षियों के संरक्षण और संवर्धन के नाम पर लाखों रुपए खर्च कर दिए गए फिर भी तीन पहाड़ी मैना की मौत हो गई,जिससे विभाग के दावों की पोल खुल गई. फिलहाल इन दो नन्हे मेहमानों के आने से विभाग के चेहरे पर चमक जरूर आ गई है. साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को पहाड़ी मैना के दीदार भी हो पाएंगे.