रायपुर। कथावाचक स्वामी राजेश्वरानंद सरस्वती जिन्हें राजेश रामायणी के नाम से जाना जाता था, का बुधवार 9 जनवरी की रात ह्दयघात से रायपुर के विवेकानंद आश्रम में निधन हो गया। वे हर साल विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में श्रीराम कथा के लिए रायपुर आते रहे हैं।
बताया जाता है कि रायपुर से उन्हें काफी लगाव था। इस बार भी वे पिछले पांच दिनों से यहां कथा श्रवण करा रहे थे। कथा के बाद वे हल्का भोजन लेकर सोने चले गए। रात में अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। करीबी लोगों ने बताया कि उन्हे अटैक आया था और देर रात उनका निधन हो गया।
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गुरूवार सुबह उन्हें उनके आश्रम उरई (यूपी) ले जाया गया है। राजेश रामायणी का जन्म उत्तरप्रदेश के उरई में 22 सितंबर 1955 को हुआ था। इस दुखद घटना की खबर ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है, क्योंकि रात में ही उनसे श्रीराम कथा सुनी और सुबह उनके निधन की खबर मिली।