किसान आंदोलन टुकड़े-टुकड़े गैंग का है प्रयोग, सफल होने पर अनुच्छेद 370 आदि पर दोहराया जाएगा: मंत्री

किसान आंदोलन टुकड़े-टुकड़े गैंग का है प्रयोग, सफल होने पर अनुच्छेद 370 आदि पर दोहराया जाएगा: मंत्री

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  • Publish Date - February 3, 2021 / 02:18 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 09:00 PM IST

भोपाल, तीन फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को कहा कि केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसान आंदोलन टुकड़े-टुकड़े गैंग का एक प्रयोग है और यदि सफल हुआ तो यह गैंग संशोधित नागिरकता कानून (सीएए), अनुच्छेद 370 और राममंदिर के मुद्दों पर भी दबाब बनाएगा।

मिश्रा ने यहां मीडिया से बात करने के साथ-साथ ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार ने आंदोलनकारी किसानों से चर्चा के सभी विकल्प खुले रखे हैं। लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर्दे के पीछे से बातचीत में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं। असल में अपना वजूद बचाने के लिए संघर्षरत कांग्रेस की किसान आंदोलन के नाम पर घड़ियाली आंसू दिखाना मजबूरी बन गई है।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘किसानों का धरना कोई जनांदोलन नहीं, टुकड़े-टुकड़े गैंग का एक ऐसा प्रयोग है जो सफल हो जाए तो इसके बाद गैंग सीएए, अनुच्छेद 370 और राममंदिर के मुद्दे पर भी दबाव बनाने का रास्ता खोल सके।’’

मिश्रा ने कहा कि प्रदर्शनकारी कह रहे हैं कि नया कृषि कानून ‘काला कानून’ है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं बता पा रहे हैं कि इसमें ‘काला’ क्या है।

उन्होंने कहा, ‘‘सीएए के खिलाफ किए गये प्रदर्शनों की तरह किसान आंदोलन भी अनुमानों पर आधारित आंदोलन है।’’

मिश्रा ने कहा कि तीन तलाक या धर्म की आड़ में महिलाओं का दमन और शोषण करने वाले तत्वों के खिलाफ भाजपा की सरकारें सभी आवश्यक कानूनी कदम उठा रही हैं,अब इनके सार्थक परिणाम भी सामने आने लगे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘देश में आपातकाल और परिवारवाद के संरक्षक लोकतंत्र खतरे में होने की बात कर रहे हैं। हद है?’’

भाषा रावत

राजकुमार

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