कोरबा। कोरबा विद्युत वितरण विभाग के लिए बिजली चोरी की समस्या मुसीबत बनती जा रही है। आलम ये है कि विद्युत विभाग को इससे हर महीने करीब 6 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है और लाइन लॉस का आंकड़ा 31 फीसदी तक पहुंच गया है। लाइन लॉस रोकने के लिये विद्युत विभाग करोड़ों रुपए खर्च भी कर चुका है, लेकिन इसका नतीज कुछ नहीं निकल पा रहा है।
पढ़ें- प्रिटिंग प्रेस में पुलिस का छापा, चार करोड़ के नकली नोट जब्त, कंप्यूटर-प्रिंटर के साथ युवक-युवती
इसके पीछे बिजली चोरी को बड़ा कारण माना जा रहा है। यही नहीं दिन प्रतिदिन ये आंकड़ा कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो विद्युत वितरण विभाग हर महीने करीब 22 करोड़ रुपए की बिजली लोगों तक पहुंचाता है, मगर इसमें 31 फीसदी बिजली की बिलिंग विद्युत विभाग नहीं कर पा रहा।
पढ़ें- छत्तीसगढ़ की राजधानी सहित 6 शहरों में जनवरी तक पटाखे बैन, क्रिसमस और…
ऐसे में कहा जा सकता है कि करीब 6 करोड़ की बिजली चोरी और लाइन लॉस के जरिए बेकार जा रही है। यही नहीं 16 करोड़ की बिलिंग करने के बाद भी विद्युत विभाग शत प्रतिशत बिजली बिल की वसूली नहीं कर पाता जिससे बकाए का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। विद्युत विभाग बिजली चोरी रोकने अभियान चलाने के साथ ही समय-समय पर विजिलेंस के जरिए कार्रवाई भी करता है मगर इस पर अंकुश लगता नहीं नजर आ रहा।