एयरगन से गोली मारकर कई बंदरों की हत्या, शवों को कुत्तों को खिलाया, जांच में जुटा वन अमला

एयरगन से गोली मारकर कई बंदरों की हत्या, शवों को कुत्तों को खिलाया, जांच में जुटा वन अमला

एयरगन से गोली मारकर कई बंदरों की हत्या, शवों को कुत्तों को खिलाया, जांच में जुटा वन अमला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:53 pm IST
Published Date: October 20, 2020 12:56 pm IST

राजनादगांव। शहर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बखत रेंगाकठेरा में बंदरों से फसलों को बचाने और उन्हे भगाने के लिए ग्राम समिति की बैठक की गई, लेकिन बंदरों को भगाने की बजाए एयरगन से गोली मारकर 6 बंदरों की हत्या कर दी गई और इतना ही इसके बाद उनके शव को कुत्तों को खिला दिया गया। जानवरों के साथ की गई इस निर्दयता पूर्ण व्यवहार से इंसानियत शर्मसार हो गई है।

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जानकारी के अनुसार गांव में बंदरों का झुंड अक्सर फसलों को बर्बाद किया करता है। जिसकी वजह से गांव के लोग परेशान थे। ग्राम समिति के द्वारा इन बंदरों व अन्य जीव जंतुओं को भगाने के लिए मुनादी कराकर प्रत्येक राशन कार्ड के आधार पर 100-100 रुपये चंद किया गया। लेकिन कुछ लोगों ने इन बंदरों को मारने की योजना ही बना डाली। और चंदे के पैसे से एयरगन खरीदा और शिकारियों को इन वानरों को मारने का ठेका दे दिया। जिसके बाद शिकारियों ने इन वानरों को एयरगन से गोली मारना शुरू किया।

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बीते सोमवार को भी गांव में 6 वानरों की हत्या की खबर मिलने से कुछ पशुप्रेमी एवं पार्षद ऋषि शास्त्री मौके पर पहुंचे और वन विभाग व पुलिस को मामले की सूचना दी। जिसके बाद वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा, लेकिन उसके हाथ खाली ही रहे। क्योंकि शिकारियों ने वानरों के शवों को कुत्तों को खिला दिया। वन विभाग का अमला साक्ष्य जुटाने में लगा रहा, इसी बीच एक पेड़ पर एयरगन की गोली लगने से घालय लहूलुहान बंदर दिखाई दिया। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी इस गांव में वानरों को शिकारियों के द्वारा इसी तरह से मारा गया है। फिलहाल यह वन विभाग के लिए जांच का विषय है।

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बंदरों की हत्या का ताजा मामला सामने आने से पशु एवं वन्य जीव प्रेमियों में आक्रोश है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है। बखत रेंगाकठेरा के ग्रामीणों का कहना है कि गांव समिति ने बंदरों को भगाने कहा था लेकिन बंदरों को मार दिया गया है और कुछ बंदर गोली लगने से घायल हुए हैं। शिकारियों के द्वारा मारे गए बंदरों के साथ दो अन्य बंदर घायल भी हुए हैं। जिसमें से एक बीते सोमवार को दिनभर एक विशाल दरख्त के ऊपर बैठा रहा।

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वन विभाग ने इस मामले में गांव के लोगों से चर्चा कर पंचनामा तैयार किया है और आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। इस मामले में नगर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मामले की जांच वन विभाग कर रही है। वन विभाग से पुलिस को तहरीर प्राप्त होने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। गांव में वानरों को मारने वाले शिकारी अपने साथ 8-10 कुत्ते लेकर चलते हैं और किसी जगह जंगली जानवरों का शिकार करने के बाद उन्हीं कुत्तों को उन जानवरों को मांस खिला दिया जाता है। फसलों को चौपट कर रहे वानरों की टोली को भगाने के लिए पटाखे फोड़ने सहित कई उपाये किये जा सकते हैं। जिससे वानर और फसलें दोनों सुरक्षित रहे लेकिन लोगों के ऐसे कृत्य से मानवता शर्मसार हुई है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com