कभी कभी नौकरशाहों को भी उन मुसीबतों का सामना करना पड़ता है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। आपको शायद ध्यान होगा 2003 की पीएससी परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को उजागर करने वाला नाम। जी हाँ ये नाम था वर्षा डोंगरे का जिन्हे बाद में अपने फेसबुक वॉल में नक्सल समर्थक टिपण्णी लिखने के कारण निलंबित कर दिया गया था। यही निलंबित डिप्टी जेलर वर्षा डोंगरे इस बार खुद छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा नहीं दे पाएगी | वजह अब तक उन्हें भी नहीं पता लेकिन वर्षा डोंगरे ने जेल विभाग से परीक्षा में शामिल होने के लिए अनुमति मांगी थी,जिस पर जेल विभाग ने उन्हें परमिशन नहीं दिया है।
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बता दें कि आगामी 18 फ़रवरी को छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित कि जा रही है, इस परीक्षा में शामिल होने के लिए वर्षा डोंगरे ने जेल विभाग से एनओसी की मांग की थी , विभाग ने 1976 के नियम का हवाला देते हुए विभाग ने उनका आवेदन ख़ारिज कर दिया है | अब एनओसी नहो मिलने की वजह से परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगी।
ज्ञात हो कि पीएससी 2003 की परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को उजागर करने के मामले में वर्षा डोंगरे सुर्ख़ियों में आई थी, वर्षा डोंगरे ने पीएससी को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट 55 से ज्यादा अधिकारियों की नौकरी में गड़बड़ी करने का आरोप लगाई थी, इस मामले में हाईकोर्ट ने कई अफसरों को डिमोशन करने का भी आदेश दे जारी कर दिया था | जिसके बाद मामले में सुप्रीमकोर्ट से स्टे ले लिए गया है। फिलहाल वर्षा डोंगरे कि पोस्टिंग अंबिकापुर जेल विभाग में है, वे अभी निलंबन अवधि में है |
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