कोतवाली में आरक्षक को पीटते रहे रसूखदार, मूकदर्शक बनी रही पुलिस, मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा मामले में संज्ञान लें आला अधिकारी

कोतवाली में आरक्षक को पीटते रहे रसूखदार, मूकदर्शक बनी रही पुलिस, मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा मामले में संज्ञान लें आला अधिकारी

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  • Publish Date - February 28, 2021 / 12:51 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:32 PM IST

अंबिकापुर। सरगुजा में अब पुलिसकर्मी थाने में भी सुरक्षित नहीं हैं ऐसा हम इसलिए भी कह रहे हैं कि अम्बिकापुर के कोतवाली में बीती रात आरक्षक के साथ कथित तौर पर मारपीट की घटना सामने आई है। मगर हैरत की बात ये है कि रसूखदार लोगों के सामने पुलिस भी मूकदर्शक नजर आ रही है। इस कारण ही इस मामले में कुछ भी कहने को पुलिस के बड़े अधिकारी तैयार नहीं और न ही इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, मगर इस मामले को लेकर मंत्री टीएस सिंह देव ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है और मामले को संज्ञान में ले कार्रवाई की बात कही है।

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दरअसल बीती शाम शहर में कुछ लड़के गाड़ी में सवार होकर ट्रैफिक नियम के विरुद्ध काम कर रहे थे ऐसे में इन्हें पुलिस के एक बड़े अधिकारी के निर्देश पर कोतवाली थाने ले जाया गया, मगर यहां अपने रसूख का धौंस दिखाकर लड़के पुलिस आरक्षक से ही भिड़ गए, यही नहीं लड़कों ने अपने परिवार के लोगों को भी थाने बुलवाया जिसके बाद पुलिस आरक्षक के साथ कथित तौर पर मारपीट भी की गई। इस दौरान थाने में सिर्फ तीन आरक्षक मौजूद थे और साथी आरक्षकों ने मामला शांत कराने की कोशिश की यही नहीं कोतवाली में हंगामा करने के बाद युवक और उनके परिजन वापस भी चले गए।

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हैरत की बात तो यह कि कोतवाली थाने में आरक्षक के साथ कथित तौर पर मारपीट की घटना के बाद पुलिस के बड़े अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है, एडिशनल एसपी ने जहां फोन रिसीव करने तक की जहमत नहीं उठाई, तो वहीं एसपी साहब ने रायपुर में होने की बात कह मामले से पल्ला झाड़ लिया। मगर जिस तरह से रसूखदारों के थाने में हंगामा करने का मामला सामने आया है, इसके बाद से कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं ।

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इधर मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस मामले की जानकारी ली और इस मामले में कार्रवाई की बात जरूर कही है, उनका साफ तौर पर कहना है कि इस तरह की घटना बेहद निंदनीय है और इसे लेकर पुलिस के आला अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए।